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'मेल पर्सनल लॉ बोर्ड' बन गया है ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड: एम. जे. अकबर

'ट्रिपल तलाक' के मुद्दे पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर निशाना साधते हुए विदेश राज्यमंत्री एम. जे. अकबर ने संगठन को पुरुषवादी संगठन होने का आरोप लगाया।

Updated on: 25 Dec 2016, 12:18 AM

नई दिल्ली:

'ट्रिपल तलाक' के मुद्दे पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर निशाना साधते हुए विदेश राज्यमंत्री एम. जे. अकबर ने संगठन को पुरुषवादी संगठन होने का आरोप लगाया। अकबर ने कहा कि यह संगठन मेल पर्सनल लॉ बोर्ड बन गया है, जो केवल महिलाओं के उत्पीड़न में रूचि रखता है।

कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान अकबर ने कहा, 'इस्लाम लैंगिक समानता की बात करता है ना कि उत्पीड़न की। इस्लाम में महिलाओं का उत्पीड़न करने को कभी भी नहीं कहा गया। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अब मेल पर्सनल लॉ बोर्ड में बदल गया है।'

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तीन तलाक के समर्थन में पिछले महीने एआईएमपीएलबी द्वारा आयोजित सम्मेलन मे काफी संख्या में एकजुट होने पर अकबर ने कहा, 'बड़ी संख्या में लोगों के एकजुट होने से सच्चाई नहीं झलकती।'

ट्रिपल तलाक को मानवता के खिलाफ बताते हुए अकबर ने कहा, 'कई बार शादी सफल नहीं होती है, ऐसे में तलाक का प्रावधान है। लेकिन मुस्लिम समुदाय में शादी करने के लिए आपको महिला की अनुमति की जरूरत होती है तो फिर तलाक को तीन बार बोलकर पुरूष ही क्यों शर्त तय करे।

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अकबर ने कहा कि अगर देश को आगे बढ़ना है और आर्थिक प्रगति चाहिए तो महिलाओं को साथ लेकर चलना होगा। अकबर ने कहा, 'महिलाओं को पीछे रख कर भारत और उसकी आर्थिक प्रगति कभी भी नहीं हो सकती। देश की जनसंख्या में 50 फीसदी महिलाएं हैं और सभी को एक साथ चलना होगा।'

सरकार के ट्रिपल तलाक का विरोध करने के बाद देश भर में ये विषय बहस का मुद्दा बन गया है।