बेटियों की पढ़ाई, सुरक्षा और भविष्य को बेहतर बनाने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है. ऐसी ही एक खास योजना है सुकन्या समृद्धि योजना जो मोदी सरकार की सबसे पॉपुलर स्कीमों में से एक मानी जाती है. यह योजना बेटी की पढ़ाई से लेकर शादी तक में आर्थिक मदद देती है. अगर इस योजना में सही तरीके से निवेश किया जाए तो बेटी के 21 साल की उम्र तक करीब ₹71 लाख का फंड बन सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 फरवरी 2015 को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत इस योजना की शुरुआत की थी. यह एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम है जिसमें सरकार खुद गारंटी देती है कि आपका पैसा सुरक्षित रहेगा. नवंबर 2024 तक इस योजना के तहत 4 करोड़ अकाउंट्स खोले जा चुके हैं.
सिर्फ ₹250 से अकाउंट खोला जा सकता है अकाउंट
अब बात करते हैं इस योजना की खासियत के बारे में. इस योजना में सिर्फ ₹250 से अकाउंट खोला जा सकता है. इसमें सालाना अधिकतम ₹1.5 लाख तक निवेश किया जा सकता है. सरकार इसमें 8.2% ब्याज देती है जो बैंक एफडी से ज्यादा होता है. ब्याज दर समय-समय पर सरकार तय करती है. निवेश पर टैक्स छूट भी मिलती है. आयकर की धारा 80 सी के तहत सालाना ₹1.5 लाख तक की छूट का लाभ मिलता है. बेटी की उम्र 10 साल तक होनी चाहिए तभी अकाउंट खोला जा सकता है. अकाउंट की मैच्योरिटी अवधि 21 साल होती है, लेकिन निवेश सिर्फ 15 साल तक करना होता है. अगर कोई व्यक्ति हर साल ₹1.5 लाख इस योजना में 15 साल तक जमा करता है तो कुल जमा रकम होगी ₹22 लाख. इस पर सरकार की तरफ से मिलने वाले ब्याज में मैच्योरिटी पर ₹71 लाख से ज्यादा मिलेंगे. यह पूरा पैसा टैक्स फ्री होगा. इस स्कीम में निवेश करने के लिए आपको सिर्फ धैर्य और नियमताएं रखनी होंगी.
पढ़ाई और शादी में पैसा कब निकलेगा?
अब ऐसे में सवाल यह है कि पढ़ाई और शादी में पैसा कब निकलेगा? जब बेटी 18 साल की हो जाती है तब उसकी पढ़ाई के लिए 50% रकम निकाली जा सकती है. बाकी का पैसा उसे 21 साल की उम्र में मिलेगा या फिर जब उसकी शादी होगी तब अकाउंट खोलने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स क्या हैं? चलिए, हम आपको यह भी बता देते हैं. बेटे का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता या अभिभावक का पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र आप यह खाता किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंक में खोल सकते हैं.