Plastic Bottles में पानी पीना सेहत के लिए हो सकता है खतरनाक!
एक शोध के मुताबिक प्लास्टिक की एक बोतल में क्वार्टर मिलियन प्लास्टिक के पार्टिकल होते हैं. जिसमें से 10% माइक्रोप्लास्टिक और 90% नैनोप्लास्टिक होते हैं.
ये माइक्रोप्लास्टिक इंसान के शरीर के लिए खतरनाक हो सकते हैं. इससे डाइजेस्टिव, रेस्पिरेटरी, एंडोक्राइन, रिप्रोडक्टिव और इम्यून सिस्टम को प्रभावित हो सकते हैं.
इतना ही नहीं बोतलबंद पानी में बैक्टीरिया का स्तर नल के पानी की तुलना में अधिक होता है. इन बोतलों में बीपीए (बाई फिनायल ए) का इस्तेमाल किया जाता है जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
गर्मी के संपर्क में आने पर बोतल का प्लास्टिक डायोक्सिन नाम का केमिकल रिलीज करता है. एक रिपोर्ट के अनुसार यह केमिकल ब्रेस्ट कैंसर होने के खतरे को बढ़ा सकता है.
प्लास्टिक बोतल में बीपीए हार्मोनल असंतुलन की वजह बन सकता है. ये हार्मोनल असंतुलन को ट्रिगर कर सकता है. इससे प्यूबर्टी भी जल्दी आने का खतरा रहता है.
प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने की इम्युनिटी कमजोर होने का डर रहता है. इसके साथ ही प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है.