राही से होगा अपशगुन, अनुपमा से बदला लेगा पराग कोटारी
शो में अनुपमा का परिवार मकर संक्राति का त्योहार मना रहा होता है. वहीं अनुपमा और राही ऑर्डर देने जाते है.
राही और अनुपमा जैसे ही निकलते है. वैसे ही राही के हाथ से लड्डू गिर जाते है.
जिसके बाद बा कहती है कि कर दिया ना अपशगुन वो भी किसी अच्छे काम पर जाते हुए.
वहीं प्रेम के पिता की गाड़ी के पास एक भिखारी भीख मांगता है और ड्राइवर आकर उसे भगा देता है.
जिसके बाद राही अनुपमा को बोलती है कि आपको नहीं लगता कि आजकल हमारे बिगड़े हुए अमीरों के साथ ज्यादा एनकाउंटर हो रहे है.
जिसके बाद लाइट ग्रीन हो जाती है और राही की स्कूटी से उनकी गाड़ी पर लग जाती है.
वो बोलते है कि पराग कोटारी किसी का उधार नहीं रखता ना नफे का ना नुकसान का.