Swami Ramdev: स्वामी रामदेव की पहल से आयुर्वेद को ही नहीं बल्कि योग को भी नई पहचान मिली है और अब ये दुनियाभर में घर-घर तक पहुंच गया है. स्वामी रामदेव की इस पहल ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया. जिससे वे एक स्वस्थ जीवन जीवनशैली अपना रहे हैं. हम आपको पतंजलि और बाबा रामदेव की ओर से जीवन में लाए गए इस क्रांतिकारी परिवर्तन के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में आपको बताने जा रहे हैं.
बेहतर जीवनशैली जीने का तरीका है योग
भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग खुद को स्वस्थ रखने के लिए योग का प्रयोग कर रहे हैं. जिससे कई प्रकार के असाध्य रोगों को भी मात दी जा सकती है. इसीलिए योग को सिर्फ एक व्यायाम नहीं बल्कि एक जीवनशैली जीने के तरीके के रूप में देखा जाता है. क्योंकि प्राचीन काल में हमारे ऋषि-मुनि भी खुद को स्वस्थ रखने के लिए योग किया करते थे. जिससे उन्हें अच्छे स्वास्थ्य के साथ लंबी उम्र भी मिलती थी. इसके साथ ही वे योग के जरिए खुद को खुश रखते और आप को ईश्वर से जोड़ते थे.
हालांकि, वर्तमान में लोग योग और उससे मिलने वाले फायदों को भूल गए, लेकिन बाबा रामदेव ने योग को एक बार फिर से वैश्विक पटल पर पहचान दिलाई और लोगों को फिर से योग करने के लिए प्रेरित किया. अब योग सिर्फ एक शब्द नहीं बल्कि ये लोगों के जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है.
दुनियाभर ने अपनाया योग
आज योग को पूरी दुनिया ने अपनाया है. इसी लिए हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसका योगदान भी स्वामी रामदेव को ही जाती है. क्योंकि बाबा रामदेव ने साल 2002 में योग शिविरों का आयोजन शुरू किया. स्वामी रामदेव ने अपने योग सत्रों का प्रसारण टीवी पर करना शुरू किया.
इसका नतीजा ये हुआ कि बड़े-बुजुर्ग ही नहीं बल्कि बच्चे भी योग के महत्व और उसके तरीकों को सीखने लगे. इसके साथ ही योग भारत से निकलकर दुनियाभर के देशों तक पहुंच गया. स्वामी रामदेव के योग को देखने के बाद अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी लोग योग कर रहे हैं और स्वस्थ जीवनशैली अपना रहे हैं.
योग बदल रहा लोगों का जीवन
स्वामी रामदेव की ओर से दिए जाने वाले योग सत्रों के जरिए लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप और मोटापे जैसी तमाम परेशानियों से बाहर निकले हैं. बाबा रामदेव के योग शिविरों और टेलिविजन कार्यक्रमों ने लाखों लोगों को प्राकृतिक और संतुलित जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया है. जिससे लोगों के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार हुआ है.
अनुलोम-विलोम और कपालभाति जैसे स्वामी रामदेव के प्राणायाम अभ्यासों ने प्रतिरक्षा को बढ़ावा दिया है. साथ ही इससे तनाव से भी मुक्ति मिली है. बाबा रामदेव के योग ने कोविड के दौरान लोगों को तनाव से निकालकर स्वस्थ जीवन देने में काफी मदद की.