भारत की महिलाएं क्यों लगाती हैं बिंदी? ये है खास वजह
यूं तो बिंदी लगाने की परंपराएं बहुत पुरानी हैं. ये विवाहित महिलाओं के लिए सुहाग की निशानी भी है. आइए जानते हैं कि बिंदी लगाने की शुरुआत कैसे हुई थी.
बिंदी लगाने की परंपरा प्राचीन भारतीय संस्कृति में शुरू हुई थी. महिलाओं के माथे पर लाल बिंदी को देवी का प्रतीक माना गया है.
बिंदी को सौभाग्य, समृद्धि और सम्मान का प्रतीक भी माना जाता है. हिंदू धर्म में बिंदी को तीसरी आंख पर लगाने का एक धार्मिक महत्व है.
बिंदी लगाना सुहागन महिलाओं के सोलह श्रृंगारों में से एक होता है. माथे पर बिंदी लगाना बहुत ही पवित्र और शुभ माना जाता है.
धार्मिक ग्रंथों में माथे के स्थान को 'अजना चक्र' के नाम से भी जाना जाता है.यह चक्र मस्तिष्क, आंखों और पीनियल ग्रंथि से संबंधित होता है.
अजना चक्र पर बिंदी लगाने से मानसिक शांति मिलती है और अवसाद से बचाव होता है.
बिंदी लगाने से आंखों के आसपास की नसों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे आंखों की थकान कम होती है.