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आपने कई तरह के सांप के बारे में सुना, पढ़ा या फिर देखा होगा. लेकिन क्या आपने कभी वूली कोबरा यानी ऊनी बालों वाला कोबरा देखा है. जी हां सांप की ऐसी भी प्रजाति होती है. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दुनिया में कई तरह के जीव और जंतु हैं. आप सोच भी नहीं सकते ऐसे-ऐसे जानवर न सिर्फ धरती बल्कि पानी में भी पाए जाते हैं. कभी-कभी तो इन पर यकीन करना भी काफी मुश्किल हो जाता है. लेकिन ये यकीकत में होते हैं. एक ऐसा ही अद्भुत जहरीले सांप कोबरा का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में आप एक अलग ही तरह का कोबरा देख सकते हैं. दरअसल ये कोबरा ऊनी बालों वाला कोबरा है. दुनिया के एक हिस्से में इसके पाए जाने का दावा भी किया जा रहा है.
दरअसल सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में अलग ही तरह का एक कोबरा सांप दिखाया गया है. इसमें लिखा है- ये है ऊनी कोबरा है जो उत्तरी अमेरिकी के घास के मैदानों में रेंगता रहता है. एक ऐसा विचित्र जीव जो कल्पना से भी परे है.
इस वीडियो को शेयर करने वाले शख्स ने अपना नाम भी बताया है उन्होंने लिखा- 'मैं स्टीव रॉबर्ट्स हूं, ग्लोबल नेचर न्यूज़ से, एक ऐसी प्रजाति पर रिपोर्टिंग कर रहा हूं जो घास के मैदानों जितनी आम है, फिर भी बुखार के सपने जितनी अवास्तविक है. इसक नाम है- सर्पेंटम लैनुगिनोसम, ऊनी कोबरा.
उत्तरी अमेरिका के विशाल मैदानों में, डकोटा से लेकर टेक्सास पैनहैंडल तक, पाया जाने वाला यह अद्भुत सांप एक मुलायम, रोएंदार कोट से ढका होता है. एक विकासवादी चमत्कार जो इसे एशिया और अफ्रीका के विषैले कोबरा जैसे चिकने-चमकदार चचेरे भाइयों से अलग करता है.
इसका फर, मिट्टी के भूरे और चटक हरे रंग से लेकर आकर्षक काले और सुनहरे पैटर्न तक, घास के मैदानों के लहराते ब्लेड के साथ सहजता से घुलमिल जाता है. इनमें सबसे दुर्लभ है एल्बिनो वूली कोबरा, एक भूतिया सफ़ेद साया, जो हर दशक में बस कुछ ही बार दिखाई देता है और इसका पीला रूप घास के मैदानों में धूप में मृगतृष्णा की तरह चमकता है.
रॉबर्ट का दावा है कि अपने घातक रिश्तेदारों के विपरीत, वूली कोबरा का जहर हल्का होता है, जिससे उसके शिकार छोटे कीड़े और पक्षियों होते हैं. इनमें कोबरा के काटने से झुनझुनी और सुन्नता होने लगती है.
प्रकृति के इस विरोधाभास से मोहित शोधकर्ता इन सांपों पर नजर रख रहे हैं, उनके रोएंदार अनुकूलन और आनुवंशिक वंश के रहस्यों को उजागर करने के लिए सावधानीपूर्वक रक्त के नमूने एकत्र किए जा रहे हैं. खून की एक छोटी सी खुराक के बाद, कोबरा को बिना किसी नुकसान के, उनके रहस्यमय अस्तित्व को जारी रखने के लिए, उनके घास वाले क्षेत्र में वापस छोड़ दिया जाता है.
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इसका फर कठोर प्रेयरी सर्दियों से बचाव के लिए विकसित हुआ है. जबकि इसके जीवंत पैटर्न छलावरण और संभावित शिकारियों के लिए चेतावनी दोनों का काम करते हैं. नॉर्थ अमेरिकन हर्पेटोलॉजिकल सोसाइटी की ओर से वित्त पोषित हालिया अध्ययन इसके डीएनए की गहराई से जांच कर रहे हैं, ताकी लाखों साल पहले इस महाद्वीप पर विचरण करने वाले प्राचीन सरीसृप पूर्वजों के संभावित संबंधों का पता चलता है. जैसे ही घास के मैदानों पर सूरज डूबता है, ऊनी कोबरा ऊँची घास के बीच से रेंगता हुआ निकलता है और अपने लिए शिकार ढूंढता है.