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कोरोना वायरस : अपने ही जैविक हथियार का शिकार हो गया चीन !

आपको आश्चर्य़ होगा कि वुहान वायरस के तौर पर कुख्यात हो चुके संक्रमण की भविष्यवाणी एक किताब ने 40 साल पहले ही कर दी थी.

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Nihar Saxena
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Coronavirus

1981 में प्रकाशित थ्रिलर में जिक्र है वुहान-400 वायरस का.( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

चीन (China) में ही 1700 लोगों की जान लेने वाले कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर 25 से अधिक देशों में कड़ी सावधानियां बरती जी रही हैं, लेकिन यह जानकर आपको आश्चर्य़ होगा कि वुहान वायरस के तौर पर कुख्यात हो चुके संक्रमण (Infection) की भविष्यवाणी (Prophecy) एक किताब ने 40 साल पहले ही कर दी थी. 1981 में डीन कूंत्ज (Dean Koontz) लिखित थ्रिलर उपन्यास 'द आईज ऑफ डार्कनेस' (The Eyes of Darkness) में वुहान-400 (Wuhan-400) नाम के एक वायरस (Virus) का जिक्र है, जिसे बतौर जैविक हथियार प्रयोगशाला में विकसित किया जाता है.

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सोशल मीडिया में हड़कंप
ट्विटर हैंडल डैरेन ऑफ प्लायमाउथ से शेयर की गए एक ट्वीट के जरिये इस अजब संयोग को सामने लाया गया है. इस ट्वीट में यूजर ने उपन्यास का कवर शेयर करते हुए कुछ पन्नों को भी जारी किया है. इसमें वुहान-400 नाम के वायरस का जिक्र है. ट्वीट में कहा गया है कि हम सभी एक अजीबोगरीब दुनिया में रह रहे हैं. कह सकते हैं कि कपोल-कल्पित उपन्यासों में भी भविष्य के संकेत मिल जाते हैं. जाहिर है इस ट्वीट के बाद इंटरनेट पर कमेंट्स की बाढ़ सी आ गई.

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मनीष तिवारी ने भी किया ट्वीट
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी इस उपन्यास के अंश का जिक्र करते हुए एक ट्वीट किया है. इसमें उन्होंने लिखा है - क्या कोरोना वायरस एक जैविक हथियार था, जिसे चीन ने विकसित किया और नाम रखा वुहान-400? यह किताब 1981 में प्रकाशित हुई थी. इसके अंश आप भी यहां पढ़ सकते हैं.

HIGHLIGHTS

  • कोरोना वायरस की भविष्यवाणी किताब ने 40 साल पहले कर दी थी.
  • इसे बतौर जैविक हथियार प्रयोगशाला में विकसित किया गया.
  • डीन कूंत्ज लिखित थ्रिलर 'द आईज ऑफ डार्कनेस' में वुहान-400 का जिक्र.
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