इस 'रणचंडी' की दहाड़ सुनकर कांप जाएंगे आतंकियों और टुकड़े-टुकड़े गैंग के दिल, देखें CRPF की कांस्टेबल का Viral Video
खुशबू चौहान ने अपनी स्पीच के दौरान आतंकियों, देश विरोधी नारे लगाने वालों और मानवाधिकारों की दुहाई देने वाले व टुकड़े-टुकड़े गैंग पर जमकर हमला बोला.
नई दिल्ली:
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की महिला कांस्टेबल खुशबू चौहान (khushbu chauhan) का वीडियो आजकल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. एक कार्यक्रम में खुशबू चौहान ने अपनी स्पीच के दौरान आतंकियों, देश विरोधी नारे लगाने वालों और मानवाधिकारों की दुहाई देने वाले व टुकड़े-टुकड़े गैंग पर जमकर हमला बोला.
उन्होंने कन्हैया कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, 'उस देशद्रोही ने कहा था कि तुम एक अफजल को मारोगे तो हर घर से अफजल निकलेगा. तो मैं भारत की बेटी अपनी भारतीय सेना की ओर से आज यह ऐलान करती हूं कि उस घर में घुसकर मारेंगे, जिस घर से अफजल निकलेगा. वो कोख नहीं पलने देंगे जिस कोख से अफजल निकलेगा. उठो देश के वीर जवानों तुम सिंह बनकर दहाड़ दो, और एक तिरंगा उस कन्हैया के सीने में गाड़ दो.'
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बता दें महिला कांस्टेबल खुशबू चौहान का वीडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में वो देश के प्रति अपनी भावनाएं बेहद जोशीले अंदाज में व्यक्त कर रही हैं. सीआरपीएफ (सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स) की 233 बटालियन में कांस्टेबल खुशबू ने अपने जोशीले उद्गार व्यक्त किए हैं. उन्होंने अपने वीडियो में अर्बन नक्सलवाद पर आवाज उठाई है.
खुशबू 27 सितम्बर को दिल्ली में Indo-Tibetan Border Police (ITBP) द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के तत्वावधान में एक डिबेट कम्पिटीशन में हिस्सा ले रही थीं. डिबेट का विषय था कि मानव अधिकारों का अनुपालन करते हुए देश में आतंकवाद एवं उग्रवाद से प्रभावी तरीके से निबटा जा सकता है. ये डिबेट बीपीआरएंडडी नई दिल्ली के सभागार में आयोजित की गई थी.
ये हैं उनकी स्पीच के कुछ अंश
Proud to be an 🇮🇳👳Indian citizens.
— Raushan Kumar (@kumarraushan581) October 3, 2019
Proud to our great arm forces.words are to little for her great speech.@DefenceMinIndia@rajnathsingh @crpfindia#JaiHind #CRPF #IndianArmy pic.twitter.com/Oya0A4mnPm
देश मेरा जल रहा है आग लगी है सीने में, हुक्मरां सब व्यस्त हैं खून गरीब का पीने में
राममंदिर बाबरी का पक्ष नहीं मैं लाई हूं, घायल भारत चीख रहा है, चीख सुनाने आई हूं
वो कहती हैं कि दर्द हद से जब गुजरने लगता है, जब मेरे सामने पुलवामा, ताज छत्तीसगढ़ के सैनिकों के अधजले शरीर और रेत के टीले से बड़े ढेर सामने आते हैं.
आजकल तिरंगा फहराने से ज्यादा लपेटने में काम आता है, कलेजा तब फट गया जब एक मां ने कहा कि साहब आप तो आधा इंच भी कम नहीं लेते, मैं आधा बच्चा कैसे ले लूं.