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देश का सबसे अनोखा रेलवे स्टेशन,जहां टिकट खिड़की महाराष्ट्र में और स्टेशन मास्टर केबिन गुजरात में

भारतीय रेलवे से जुड़ी कई ऐसी रोचक बातें है, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. ऐसी ही कहानी एक ऐसे रेलवे स्टेशन की है जिसे भारत का सबसे अनोखा रेलवे स्टेशन माना जाता है. इसका कारण यह है कि इसका आधा हिस्सा महाराष्ट्र में और आधा गुजरात में आता है.

Updated on: 19 Oct 2021, 11:02 AM

New Delhi:

भारतीय रेलवे से जुड़ी कई ऐसी रोचक बातें है , जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. ऐसी ही कहानी एक ऐसे रेलवे स्टेशन की है जिसे भारत का सबसे अनोखा रेलवे स्टेशन माना जाता है. इसका कारण यह है कि इसका आधा हिस्सा महाराष्ट्र में और आधा गुजरात में आता है.  सुनकर ये बहुत अलग लगती है लेकिन ऐसा एक रेलवे स्टेशन है जो दो हिस्सों में बटा हुआ है. तो आइए आपको बताते हैं दो राज्यों में बंटे इस स्टेशन के बारे में कुछ खास बातें, जिन्हें जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. इस स्टेशन का नाम नवापुर रेलवे स्टेशन है. यह गुजरात और महाराष्ट्र की सीमा को एक साथ छूने वाला एकमात्र रेलवे स्टेशन है. स्टेशन पर एक बेंच भी है, जिसके आधे हिस्से में महाराष्ट्र लिखा है और आधे में गुजरात लिखा है.  इस बेंच पर बैठने वालों को ध्यान देना होगा कि वे किस राज्य में बैठे हैं.

नवापुर रेलवे स्टेशन की कुछ ख़ास बातें

 

इस स्टेशन की सबसे खास बात यह है कि टिकट खिड़की यहां महाराष्ट्र में पड़ती है, जबकि स्टेशन मास्टर गुजरात में बैठता है. इतना ही नहीं, इस स्टेशन पर चार अलग-अलग भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती और मराठी में घोषणाएं भी की जाती हैं, ताकि महाराष्ट्र और गुजरात दोनों राज्यों से आने वाले यात्री इसे आसानी से समझ सकें इसी के साथ 4 भाषाओं में जानकारी भी लिखी है. टिकट खिड़की और स्टेशन मास्टर के कार्यालय के अलावा, रेलवे पुलिस स्टेशन और खाने पीने की शॉप  महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के नवापुर में हैं, जबकि प्रतीक्षा कक्ष, पानी की टंकी और शौचालय गुजरात के तापी जिले के उचचल में स्थित हैं. नवापुर रेलवे स्टेशन की कुल लंबाई 800 मीटर है. इसका महाराष्ट्र में 300 मीटर का हिस्सा और गुजरात में 500 मीटर का हिस्सा है. यहां सबसे दिलचस्प बात यह है कि स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों का एक हिस्सा महाराष्ट्र में और दूसरा हिस्सा गुजरात में है. यानी अगर ट्रेन महाराष्ट्र से आ रही है तो उसका इंजन गुजरात में है और ट्रेन गुजरात से आ रही है तो उसका इंजन महाराष्ट्र में है.

नवापुर रेलवे स्टेशन की कहानी

 

नवापुर रेलवे स्टेशन के दो राज्यों में विभाजित होने के पीछे एक कहानी है. दरअसल, जब इस स्टेशन का निर्माण हुआ था, तब महाराष्ट्र और गुजरात का बंटवारा नहीं हुआ था. उस समय नवापुर स्टेशन संयुक्त मुंबई प्रांत में पड़ता था, लेकिन जब 1 मई, 1961 को मुंबई प्रांत का विभाजन हुआ, तो यह दो राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात में विभाजित हो गया. इस बंटवारे में दोनों राज्यों के बीच नवापुर स्टेशन आया और तभी से इसकी एक अलग पहचान है. हालांकि नवापुर पहला रेलवे स्टेशन नहीं है, जो दो राज्यों की सीमा से जुड़ा है. इसके अलावा भवानी मंडी देश का दूसरा रेलवे स्टेशन है, जो राजस्थान और मध्य प्रदेश के दो राज्यों के बीच पड़ता है.