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Ticket Checker: टिकट चेकर बनते ही महिला ने वसूला बड़ा जुर्माना, रकम सुनकर चौंक जाएंगे आप

केंद्रीय रेल मंत्रालय ने महिला टिकट चेकिंग स्टाफ की प्रशंसा की है. यात्रियों से एक करोड़ रुपये से ज्यादा वसूलने के लिए उसकी सराहना की गई है.

Updated on: 23 Mar 2023, 06:26 PM

highlights

  • यात्रियों से 1.03 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला
  • सबसे अधिक जुर्माना वसूलने वाली पहली महिला
  • मैरी द्वारा यात्रियों से जुर्माना वसूलने की तस्वीर को साझा की है

नई दिल्ली:

Ticket Checker: केंद्रीय रेल मंत्रालय ने महिला टिकट चेकिंग स्टाफ की प्रशंसा की है. यात्रियों से एक करोड़ रुपये से ज्यादा वसूलने के लिए उसकी सराहना की गई है. दक्षिण रेलवे के मुख्य टिकट निरीक्षक रोजलिन अरोकिया मैरी ने बिना टिकट वाले यात्रियों से 1.03 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला है. रेल मंत्रायल ने मैरी द्वारा यात्रियों से जुर्माना वसूलने की तस्वीर को साझा की है. अपने काम को पूरी तत्परता से करने वाली मैरी को जुर्माना वसूलते और प्लेटफॉर्म और ट्रेनों में सवार यात्रियों की टिकट जांच करते हुए देखा जा सकता है. रेल मंत्रालय ने​ ट्वीट किया कि “अपने कर्तव्यों के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता दिखाते हुए, @GMSRailway की CTI (मुख्य टिकट निरीक्षक) श्रीमती रोज़लीन अरोकिया मैरी, भारतीय रेलवे के टिकट-जांच कर्मचारियों में सबसे अधिक जुर्माना वसूलने वाली पहली महिला बन  गई हैं. यह राशि करीब 1.03 करोड़ रुपये है. 

 

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सोशल मीडिया पर इसके बाद तारीफों की झड़ी लग गई. एक यूजर का कमेंट आया, "हमें अपने भारत को महाशक्ति बनाने को लेकर ऐसी अन्य चुनौतीपूर्ण और समर्पित महिलाओं की जरूरत है. बधाई हो रोजलिन. एक अन्य यूजर ने​ लिखा, "रोजलाइन, मुझे तुम्हारा दोस्त होने पर बहुत गर्व होगा. ये आपके कर्तव्यों के प्रति समर्पण, प्रतिबद्धता और ईमानदारी को दर्शाता है.” एक तीसरे उपयोगकर्ता ने टिप्पणी की, “बधाई हो, महोदया! अच्छी तरह से किया काम!"

जुर्माने के रूप में एक करोड़ रुपये से अधिक की वसूली

दक्षिण रेलवे ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि तीन टिकट जांच कर्मचारियों ने वित्तीय वर्ष अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के दौरान जुर्माने के रूप में एक करोड़ रुपये से अधिक की वसूली कर इतिहास रच दिया. चेन्नई डिवीजन के उप मुख्य टिकट निरीक्षक एस नंद कुमार ने जुर्माने के रूप में 1.55  करोड़ रुपये और वरिष्ठ टिकट परीक्षक शक्तिवेल ने 1.10 करोड़ रुपये एकत्र किए.