logo-image

Viral Mount Everest Video: आखिर किसने बना दिया माउंट एवरेस्ट को कूड़ा का घर? सामने आया दिल दहलाने वाला वीडियो

जब भी हम किसी स्थान पर जाते हैं, चाहे वह भारत में हो या बाहर, हमारा कर्तव्य पारिस्थितिक संतुलन बनाना है. उस जगह को प्रदूषित और कूड़े-कचरे के ढेर में छोड़ देना कतई स्वीकार नहीं. माउंट एवरेस्ट पर पर्वतारोहियों का बहुत बड़ा प्रभाव होता है

Updated on: 29 May 2023, 10:13 PM

highlights

  • नेपाल प्रशासन के संरक्षण में हो रहा है
  • कचरा और प्लास्टिक कचरा फेंका गया है
  • माउंट एवरेस्ट का नजारा दिखाई दे रहा है

नई दिल्ली:

जब भी हम किसी स्थान पर जाते हैं, चाहे वह भारत में हो या बाहर, हमारा कर्तव्य पारिस्थितिक संतुलन बनाना है. उस जगह को प्रदूषित और कूड़े-कचरे के ढेर में छोड़ देना कतई स्वीकार नहीं. माउंट एवरेस्ट पर पर्वतारोहियों का बहुत बड़ा प्रभाव होता है और उन्हीं पर इसकी रक्षा की जिम्मेदारी होती है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पूरी तरह से दिल दहला देने वाला नजारा दिखाई दे रहा है. वीडियो देखने के बाद आपको एक पल के लिए गुस्सा भी आएगा. ये वीडियो अपने आप में हैरान करने वाला है.

इस खबर को भी पढ़ें- ट्रेन में लड़की को रास्ते भर छेड़ता आया शख्स, युवती ने शेयर की दर्दनाक कहानी

चारो तरफ दिल दहला देने वाली तस्वीर
वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि माउंट एवरेस्ट का नजारा दिखाई दे रहा है. एवरेस्ट के ऊपर कई कैंप दिखाई दे रहे हैं. इसमें सबसे हैरानी की बात यह है कि कैंप के चारों तरफ सिर्फ कचरा फैला हुआ है. पहाड़ की चोटी पर साफ देखा जा सकता है कि प्लास्टिक का ढेर लगा हुआ है. अब सवाल यह है कि ऐसा किसने किया है तो इसका जवाब होगा कि जो लोग एवरेस्ट पर चढ़ने गए हैं पर्वतारोहियों ने किया होगा.

वीडियो देख हैरान हुए लोग
इस वीडियो को IAS अधिकारी सुप्रिया साहू ने शेयर किया, जिसमें माउंट एवरेस्ट पर एक शिविर में कचरा और प्लास्टिक कचरा फेंका गया है. ऐसा प्रतीत होता है कि यह वीडियो एक पर्वतारोही द्वारा रिकॉर्ड किया गया है जिसने शिविर स्थल को 'गंदा' बताया था “जब मनुष्य माउंट एवरेस्ट को भी अपना कचरा और प्लास्टिक प्रदूषण फेंकने से नहीं बख्शते है. सच में दिल दहला देने वाला. #stopplasticpollution #MountEverest #everest video by @EverestToday,” वीडियो पर लोगों के रिएक्शन भी सामने आ रहे हैं. एक यूजर ने लिखा कि यह वाकई दुखद है..इसे जल्द से जल्द रोकने के लिए कुछ कानून लाने की जरूरत है. एक यूजर ने लिखा कि यह सब नेपाल प्रशासन के संरक्षण में हो रहा है.