logo-image

'जीजा' की जगह 'साला' कर रहा था पुलिस की नौकरी, ऐसे हुआ खुलासा

जीजा की जगह साला पुलिस विभाग में सालों तक नौकरी (Police Job In Place Of Brother In Law) करता रहा और किसी को भनक तक नहीं लगी. जीजा शिक्षक बन गया और अपने ही नाम से पुलिस विभाग में सिपाही के तौर पर अपने साले को लगा दिया.

Updated on: 22 Jun 2021, 12:11 PM

highlights

  • जीजा की जगह पुलिस में नौकरी करता रहा साला
  • जीजा को शिक्षा विभाग में शिक्षक के पद पर नौकरी मिल गई थी

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जीजा की जगह साला पुलिस विभाग में सालों तक नौकरी (Police Job In Place Of Brother In Law) करता रहा और किसी को भनक तक नहीं लगी. जीजा शिक्षक बन गया और अपने ही नाम से पुलिस विभाग में सिपाही के तौर पर अपने साले को लगा दिया. साले ने अपने जीजा की जगह पर पुलिस विभाग में तकरीबन 5 साल तक नौकरी भी की और किसी भी अधिकारी को इस बात की भनक तक नहीं लगी. अब सोशल मीडिया पर ये घटना काफी वायरल हो रही है, और यूपी पुलिस की काफी फजीहत हो रही है. 

ये भी पढ़ें- VIDEO: देवरिया में बैलगाड़ी से निकली 'अनोखी' बारात, फिर दूल्हे ने बताया कारण

कोतवाली ठाकुरद्वारा में पीआरवी के वाहन संख्या 0281 पर तैनात कॉन्स्‍टेबल अनिल कुमार की जगह सुनील उर्फ सनी ड्यूटी कर रहा था. वह लगभग पांच साल से 112 पीआरवी पर ड्यूटी कर रहा था. इस फर्जीवाड़े की श‍िकायत की गई थी, जिसके आधार पर मामले की जांच शुरू हुई तो पुलिस विभाग की बहुत बड़ी चूक सामने आई. जब इस फर्जीवाड़े की शिकायत के बाद जांच शुरू कराई गई तो पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए.

मुजफ्फरनगर का निवासी है

अभी तक की जांच में पता चला कि आरोपित सुनील मुजफ्फरनगर का निवासी है. उसके जीजा के शिक्षा विभाग में तैनात होने की जानकारी मिली है. माना जा रहा है कि आरोपित से पूरी पूछताछ के बाद पुलिस इस बारे में विस्तार से जानकारी देगी. अनिल कुमार को गांव बहोड़, खतौली जिला मुजफ्फरनगर का निवासी बताया जा रहा है. पुलिस पूछताछ में सिपाही अनिल ने बताया कि अभी वह अपने वेतन से साले को आठ हजार रुपये देता था. शिक्षा विभाग में नौकरी करने पर वह सुनील को 20 हजार रुपये देना शुरू कर देता.

दस्तावेजों में भी फर्जीवाड़े की जांच शुरू

सीओ ठाकुरद्वारा डॉ. अनूप सिंह ने बताया कि अनिल कुमार ने पूछताछ में बताया कि शिक्षा विभाग में उसका शिक्षक के पद पर चयन हो गया था. उसने बताया कि सीतापुर में काउंसलिंग में चयन हुआ था. इस मामले की जांच करने के लिए सीतापुर टीम भेजी गई है. वहां अनिल ने अपने दस्तावेज दाखिल किए थे या नहीं, इसकी जांच की जा रही है.

ये भी पढ़ें- जब दिल्ली मेट्रो में घुस आया बंदर, यात्रियों के पास बैठकर की यात्रा 

मामला सामने आने पर साला फरार हो गया

आरोपी फर्जी सिपाही सुनील उर्फ सनी है. मामले में उसके जीजा अन‍िल कुमार को पुलिस ने ह‍िरासत में ल‍िया है, जबकि इसकी जानकारी होने पर साला फरार हो गया है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. पुलिस उस पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई कर रही है. एएसपी अनिल कुमार यादव ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. एक शिकायत के आधार पर इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है.