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सांकेतिक चित्र( Photo Credit : न्यूज स्टेट)
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सांकेतिक चित्र( Photo Credit : न्यूज स्टेट)
पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना स्थित हसनाबाद से एक बेहद अजीबो-गरीब खबर सामने आ रही है. वहां के खंड विकास अधिकारी (BDO) ने दावा किया है कि स्वामी विवेकानंद और सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के फोटो हर रोज सुबह देखने से जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है. अरिंदम मुखर्जी नाम के इस अधिकारी ने यह बात 'बुलबुल' तूफान से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरण के लिए आयोजित कार्यक्रम में सार्वजनिक मंच से कही.
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हसनाबाद के बीडीओ ने दिया ममता भक्ति का बयान
बताते हैं कि हसनाबाद के बीडीओ ने तूफान प्रभावित लोगों को राहत सामग्री देने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया था. इसके लिए सादीगच्छी की भेभिया ग्राम पंचायत में बाकायदा पंडाल लगाकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 'डिग्निटी' नाम से वितरित की जा रही राहत सामग्री किट में तिरपाल, दो साड़ियां, लुंगी, धोती, बच्चों के कपड़े, सूखा भोजन, बर्तन और अन्य सामग्रियां शामिल थीं. इस किट का वितरण राज्य सरकार की मंजूरी के बाद किया जा रहा था.
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बीडीओ ने कहा फोटो से शक्ति मिलती है
राहत सामग्री वितरण के दौरान ही बीडीओ भावुक हो गए और बोले, 'यदि आप हर रोज सुबह मुख्यमंत्री के फोटो के सामने सिर्फ दो मिनट हाथ जोड़ कर खड़े हो जाएं, तो एक अजीब सी शक्ति (Miraculous power) का अहसास होता है. मैं हर रोज इस प्रक्रिया को दोहराता हूं. एक फोटो स्वामी विवेकानंद की है और दूसरी ममता बनर्जी की. इससे आपको भी प्रेरणा भी मिलेगी.' उन्होंने आगे बंगाली में कहा... ऐता नीजेके पुनर्जीवित कोरा. इसका हिंदी में अर्थ होता है ऐसा लगता है कि आपमें नई ऊर्जा का संचार हो रहा है. यह पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया और बीजेपी इसको लेकर ममता सरकार पर निशाना साध रही है.
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बीजेपी ने चापलूसी की इंतहा बताया
बीजेपी इसे 'चापलूसी की इंतहा' करार दे रही है. बीजेपी की पश्चिम बंगाल ईकाई के उपाध्यक्ष जॉयप्रकाश मजूमदार ने बताया, 'मुझे भी इस घटनाक्रम के बारे में पता चला है. यह बहुत चिंता और दुर्भाग्य की बात है कि प्रशासनिक अधिकारी अपनी निष्पक्षता और तटस्थता छोड़ पक्षपाती हो रहे हैं. राज्य की सत्तारूढ़ सरकार का नौकरशाहों पर जबर्दस्त दबाव है. उनकी मजबूरी ममता बनर्जी की हां में हां मिलाना. अन्यथा उन्हें किसी ऐसी जगह स्थानांतरित कर दिया जाएगा, जहां दूर-दूर तक आदम या आदम जात नहीं होगी.' इस घटना को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय नेता कैलीश विजयवर्गीय ने ममता सरकार को आड़े हाथों लिया है.
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