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Chair of Death
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इंग्लैंड में एक ऐसी कुर्सी है जिसपर कोई भी बैठता है तो उसकी मौत हो जाती है. ये श्रापित कुर्सी अभी एक म्यूजिम में रखी हुई है.
Chair of Death
कुर्सी जिस पर बैठकर हम आराम की आगोश में समा जाते हैं. एक कुर्सी ऐसी भी होती है जिसके लिए राजनेता ना जाने क्या-क्या करते हैं और एक कुर्सी ऐसी होती है जिसे पाने के लिए हम खूब मेहनत करते हैं. लेकिन अजीबो-गरीब इस दुनिया में एक कुर्सी ऐसी भी है जिसपर बैठते ही आप काल की गाल में समा जाते हैं. यानी उसकी मौत हो जाती है. अब तक इस कुर्सी ने 50 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है.
ये कुर्सी मौजूद है इंग्लैड में और इस कुर्सी के मालिक थॉमस बस्बी थे. ये कुर्सी उसे इतनी पसंद थी कि एक बार जब उनके ससुर इसपर बैठ गए तो उसने उनकी जान ले ली. घटना 1702 की है. जब उसके ससुर डैनियल ऑटी बैठ गए. जिसके बाद थॉमस बस्बी गुस्से से आग बबूला हो गया. उसकी बहस उनकी पत्नी और डैनियल की बेटी से होने लगी. इसके बाद थॉमस ने अपने ससुर डैनियल की गला घोंटकर हत्या कर दी.
फांसी के दौरान जाते हुए थॉमस ने कुर्सी को बना दिया था श्रापित
कहा जाता है कि सजायाफ्ता थॉमस बस्बी को जब फांसी के लिए ले जाया जा रहा था तब वो अपने पसंदीदा पब में अपनी पसंदीदा कुर्सी पर बैठकर शराब पीना चाहता था. जब उसने अपना ड्रिंक खत्म किया तो उसने कहा, 'कोई भी जो इस कुर्सी पर बैठने की हिम्मत करेंगे, उसकी अचानक मौत हो जाएगी.' उसने कुर्सी को श्रापित करके वहां से चला गया. तब से लेकर अबतक इस कुर्सी पर जो भी बैठा उसकी अचानक मौत हो गई.
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दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान कुर्सी को एक पब में रखा गया
दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान इस कुर्सी को एक पब में रख दिया गया. इसके साथ ही इस श्रापित कुर्सी को 'हॉट सीट' का नाम दिया गया. फिर देखने में आया कि जो भी इस कुर्सी पर बैठता वो युद्ध के मैदान से वापस नहीं आता था. उसकी मौत हो जाती थी. साल 1967 में, रॉयल एयर फोर्स के दो पायलट उस कुर्सी पर बैठ गए, और वापस आते समय वे एक पेड़ से टकरा गए और उनकी मौत हो गई. कुछ साल बाद, दो ईंट बनाने वाले उस कुर्सी पर बैठने का फैसला किया. एक दोपहर उनमें से एक बैठा जिसमें उसकी मौत हो गई.
छत बनाने वाला जब बैठा तो उसकी मौत हुई
इसके बाद एक छत बनाना वाला शख्स उस कुर्सी पर बैठा. इसके बाद जब वो छत बना रहा था तो वो गिर गया और उसकी मौत हो गयी. श्रापित कुर्सी पर बैठने के बाद मौत का सिलसिला यहीं नहीं रुका. सफाई करने के दौरान एक महिला गलती से इस कुर्सी पर बैठ गई जिसके बाद ब्रेन ट्यूमर से उसकी मौत हो गई.
गलती से जब कुर्सी पर बैठा तो एक्सीडेंट में हो गई मौत
जिसके बाद पब मालिक ने कुर्सी को बेसमेंट के तहखाने में बंद कर दिया इस उम्मीद के साथ की इसमें कोई नहीं बैठेगा. लेकिन एक दिन डिलीवरी मैन बेसमेंट में गया और उस पर बैठ गया. इसके एक घंटे बाद ट्रक से कुचलकर उसकी मौत हो गई. इसके बाद कुर्सी के मालिक ने इसे संग्रहालय में दे दिया इस मकसद से की इसपर कोई नहीं बैठेगा. कुर्सी को म्यूजियम में जमीन से पांच फीट ऊंचा टांग दिया गया.
म्यूजिम में रखी गयी कुर्सी, फिर भी मौत का नहीं थमा सिलसिला
हालांकि इस कुर्सी पर लोग नहीं बैठते हैं, लेकिन श्रापित कुर्सी की ताकत को लेकर नई कहानियां लोगों के सामने आती रहती है. एक स्थानीय के मुताबिक दो एयरमैन उस म्यूजियम में गए थे. इस दौरान एक ने कहा कि वो बाथरूम जा रहा है. दूसरा वहां इंतजार कर रहा था. इंतजार करने वाला शख्स गलती से उस कुर्सी पर बैठ गया. लेकिन जब उसका सहयोगी नहीं आया तो वो नाराज होकर वहां से उठ गया और अपनी बेस में चला गया. लेकिन फिर जब वो वापस आया तो दूसरे एयरमैन ने एक ईंट उठा ली और उसपर मारा जिसकी वजह से उसकी मौत हो गयी.
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हालांकि म्यूजियम में कुर्सी पर ऐसे लटकाया गया है कि कोई उसपर बैठ नहीं सकता है. जिसकी वजह से मौत का सिलसिला थम गया. म्यूजियम अभी भी खुला हुआ है और वो कुर्सी अभी भी वहां पर मौजूद है.
कुर्सी पर बैठने वाले का होता था ये हाल
कहा जाता है कि मौत से पहले जो भी लोग इस कुर्सी पर बैठे थे उनके अनुभव के मुताबिक कुर्सी पर बैठने के बाद उन्हें खुजली और पागलपन के दौरे पड़ते थे. उन्हें अजीब-अजीब आवाजें सुनाई देती थी. दीवारों और शीशों पर मौत की लिखित चेतावनी देखने को मिलती थी.