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आंध्र प्रदेश: जिन्ना टावर तिरंगे के रंग में रंगा, नाम को लेकर विवाद के बाद लिया बड़ा फैसला

26 जनवरी को कुछ लोग जिन्ना टावर पर चढ़ गए थे और जबरन तिरंगा फहराने का प्रयास किया. उस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया गया था

Updated on: 02 Feb 2022, 09:56 AM

highlights

  • जिन्ना टावर पर गुरुवार को तिरंगा फहराया जाएगा
  • भाजपा ने बीते माह जिन्ना टावर के नाम को लेकर विरोध दर्ज कराया था
  • 26 जनवरी को कुछ लोगों ने जिन्ना टावर पर जबरन तिरंगा फहराने का प्रयास किया

नई दिल्ली:

आंध्र प्रदेश के गुंटूर में जिन्ना टावर के नाम को लेकर बीते दिनों हुए विवाद के बाद अब उसे तिरंगे के रंग में रंग दिया गया है. ऐसा कहा जा रहा है ​कि ये सभी इंतजाम तिरंगा फहराने के लिए हो रहे हैं. गुंटूर पूर्व के विधायक मोहम्मद मुस्तफा के अनुसार  इस संबंध में कई संगठनों ने अनुरोध किया था, इसके बाद हमने जिन्ना टावर को तिरंगे के रंग में रंगने का निर्णय लिया. इसके साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए एक पोल भी तैयार किया. उन्होंने कहा कि जिन्ना टावर पर गुरुवार को तिरंगा फहराया जाएगा. 

विधायक ने सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा

जानकारी के अनुसार, मुस्तफा ने मंगलवार (एक फरवरी) को जीएमसी मेयर कवति मनोहर नायडू के साथ टावर की सुरक्षा इंतजाम आदि का जायजा लिया. उन्होंने कहा, 'आजादी की लड़ाई के दौरान मुस्लिमों के दिग्गज नेताओं ने अंग्रेजों का डटकर सामना किया था. आजादी के बाद कुछ मुस्लिम देश छोड़कर चले गए और पाकिस्तान में रहने लगे थे. मगर, हम अपने देश में भारतीय बनकर रहना चाहते हैं और अपनी मातृभूमि से बेपनाह मोहब्बत करते हैं.'

मुस्तफा ने भाजपा पर साधा निशाना

इस दौरान मुस्तफा ने भाजपा पर निशाना साधा है. दरअसल, भाजपा ने बीते माह जिन्ना टावर के नाम को लेकर विरोध दर्ज कराया था. मुस्तफा का कहना था कि भाजपा के नेताओं को कोरोना महामारी से पीड़ित लोगों की मदद करनी चाहिए, न कि साम्प्रदायिक दंगों को भड़काने की कोशिश करनी चाहिए. 

26 जनवरी को भी हुआ था विवाद

गौरतलब है कि 26 जनवरी को कुछ लोग जिन्ना टावर पर चढ़ गए थे और जबरन तिरंगा फहराने का प्रयास किया. उस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया गया था. इस मामले में भाजपा की आंध्र प्रदेश इकाई ने बीते साल दिसंबर में गुंटूर नगर निगम आयुक्त चल्ला अनुराधा को एक ज्ञापन सौंपा था. इसमें उन्होंने जिन्ना टावर का नाम बदलने व उसका नाम पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम रखने के लिए अनुरोध किया था.