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यूक्रेन को हराने पुतिन ने 'एलियंस' से मिलाया हाथ, कीव के आसमान पर छाए UFOs

यूक्रेन की नेशनल अकेडमी ऑफ साइंसेज की प्रमुख खगोलीय वेधशाला ने एक रिपोर्ट में कहा है कि कीव समेत पास के ही गांव विनारइविका के कुछ खगोलीय उपकरणों ने दर्जनों की संख्या में चमकीले लेकिन कम दृश्यता वाले फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स को देखा.

Updated on: 18 Sep 2022, 07:44 PM

highlights

  • दर्जनों की संख्या में चमकीले लेकिन कम दृश्यता वाले यूएफओ देखे गए
  • कीव के आसमान में देखे गए फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स की पहचान नहीं हुई
  • रूस से युद्ध के बीच इस घटना को सामने लाती रिपोर्ट से दहशत

नई दिल्ली:

फरवरी में यूक्रेन से रूस को युद्ध छेड़े हुए महीनों हो गए हैं और फिलवक्त तक मॉस्को को कोई खास बड़ी जीत हासिल नहीं हुई है. ऐसे में कीव के आसमान पर रात के अंधेरे में UFOs की घटनाएं सामने आने से यूक्रेनवासी खासे डर गए हैं. यूक्रेन के खगोलशास्त्रियों ने दावा किया है कि कीव की एयरस्पेस के ऊपर इन्हें देखा गया. यूक्रेन की नेशनल अकेडमी ऑफ साइंसेज की प्रमुख खगोलीय वेधशाला ने एक रिपोर्ट में कहा है कि कीव समेत पास के ही गांव विनारइविका के कुछ खगोलीय उपकरणों ने दर्जनों की संख्या में चमकीले लेकिन कम दृश्यता वाले फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स को देखा. इसके बाद इस बात की चर्चा जोर पकड़ रही है कि कीव के आसमान में इन एलियंस सरीखे विमानों की उपस्थिति रूस की कहीं कोई बड़ी खतरनाक साजिश तो नहीं है. हालांकि रिपोर्ट में भी कहा गया है कि आसमान की ये खगोलीय घटना सामान्य नहीं है. खगोलविदों ने दावा किया कि वह इनकी और जांच कर पहचान स्थापित करने की कोशिशें कर रहे हैं. 

इस रिपोर्ट में यूक्रेन के खगोलशास्त्रियों ने कहा है, 'हमने इन्हें हर तरफ देखा. हमने बड़ी संख्या में आसमान में उड़ती ऐसी वस्तुओं को देखा जिनकी प्रकृति स्पष्ट नहीं है. अकेले, समूहों और लड़ाकू विमानों के बेड़ों के आकार में हमने इन्हें आसमान में उड़ते पाया. ये सभी वस्तुएं 3 से 15 डिग्री प्रति संकेंड के कोण से आसमान में अपनी स्थितियां बदल रही थीं.' एक अध्ययन में यूक्रेन के शोघकर्ताओं ने कहा है कि ऐसी किसी भी घटना की पहचान करने के लिए सेकंड के भी दसवें हिस्से का समय मिलता है. साधारण फोटो खींचने या वीडियो बनाने पर भी यूएफओ का पता नहीं लगाया जा सकता है. यूएफओ को कैमरे में कैद करने के लिए खास तरह के उपकरणों की जरूरत पड़ती है. साथ ही शटर स्पीड, फ्रेम रेट और लंबी दूरी की रेंज वाले कैमरे इस काम के लिए मुफीद माने जाते हैं. 

गौरतलब है कि युद्ध में उलझे दो देशों के ऊपर आसमान में रॉकेट्स, मिसाइल, ड्रोन की उड़ान अक्सर होती है. इनके साथ जो चमक होती है, वह बता देती है कि आसमान में उड़ती यह चीज क्या है. यह अलग बात है कि यूक्रेन के आसमान में जिन वस्तुओं को देखा गया, उनकी पहचान अभी तक नहीं हो सकी है. यूक्रेन के खगोलविदों की यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है, जब अमेरिकी अंतरिक्ष संस्था नासा ने यूएफओ के अध्ययन के लिए बीते दिनों ही अलग से टीम बनाने की बात कही है. यह टीम इस बात का भी अध्ययन करेगी कि अवर्णित यूएफओ देखे जाने की घटनाओं की व्याख्या  करने के लिए क्या-क्या उपकरणों और समझ की जरूरत पड़ती है. गौरतलब है कि कुछ समय पहले दक्षिण अफ्रीका के कुछ हिस्सों में रात के अंधेरे में हरे रंग की रोशनी देखी गई थी, जो बहुत तेजी से सफर तय कर रही थी.