logo-image

मध्यप्रदेश के गुना में गोली की रफ्तार से बरसे ओले, वीडियो वायरल

पूरे मध्य प्रदेश में जहां दूर-दूर तक बारिश के कोई आसार नज़र नहीं आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के ही गुना जिले के एक गांव में ओले गिरने लगे. यह मंजर वहां रहने वाले लोगों को काफी अजीब लगा. ओले भी ऐसे कि आकार में एक अमरूद के तो बराबर होंगे ही.

Updated on: 26 Jul 2021, 10:55 AM

highlights

  • मध्यप्रदेश के गुना में गोली की रफ्तार से बरसे ओले
  • अमरूद के बराबर आकार के गिरे ओले
  • जिले में 2.8 मिमी बारिश दर्ज की गई

नई दिल्ली:

पूरे मध्य प्रदेश में जहां दूर-दूर तक बारिश के कोई आसार नज़र नहीं आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के ही गुना जिले के एक गांव में ओले गिरने लगे. यह मंजर वहां रहने वाले लोगों को काफी अजीब लगा. ओले भी ऐसे कि आकार में एक अमरूद के तो बराबर होंगे ही. इससे सम्बंधित एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक टीन शेड के नीचे खड़े होकर कोई वीडियो बना रहा है, जिसमें खेतों में भरे पानी और गिरने वाले ओले साफ दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में आ रही आवाज और ओलों के गिरने की गति से ऐसा लग रहा है, मानों आसमान से कोई बंदूक द्वारा ओलों की फायरिंग कर रहा है. ये ओले यहां लगभग 4-5 मिनट तक गिरते रहे. हालांकि इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है. शनिवार-रविवार की रात को गुना जिले में मानसूनी बारिश शुरू हुई. रुक-रुक कर कई बार पानी गिरता रहा. रात भर में जिले में 2.8 मिमी बारिश दर्ज की गई. रविवार सुबह से हल्की बारिश जारी है. जिले के कुछ गांव में बड़े-बड़े ओले भी गिरे हैं.

यह भी पढ़ें : 30 सितंबर तक सभी ऑक्सीजन प्लांट होंगे शुरू, पढ़ें MP-छत्तीसगढ़ की बड़ी खबरें

क्या कह रहे हैं मौसम विज्ञानी?

मौसम विज्ञानी रणवीर रघुवंशी ने बताया कि बिहार, उत्तराखंड की ओर से बादल वापस आए हैं. इस कारण कुछ जगह ओले गिरे हैं. उस तरफ जब बादल जाते हैं तो बर्फ के पहाड़ों से टकराकर कुछ बर्फ अपने साथ ले आते हैं. जहां भी ये थोड़े नीचे की ओर आते हैं तो ओलों की बारिश होती है. यही वजह रही कि जिले के कुछ गांव में काफी बड़े ओले गिरे हैं.

वीडियो में दिखाई दे रहा गांव गुना शहर से 15 किमी दूर रिछेरा चोरोल गांव का है. यहां रविवार सुबह बारिश के साथ बड़े-बड़े ओले गिरने लगे. लोगों को इससे बचने के लिए यहां-वहां छिपना पड़ा. इस बीच कुछ लोगों ने धान के खेतों में गिरते ओलों का वीडियो बना लिया. जिले में 15 दिन पहले मानसून आ जाने के बाद भी जून और जुलाई में पर्याप्त बारिश नहीं हो पाई. जुलाई के शुरुआती पखवाड़े में केवल 3 दिन ही बारिश हुई. 15 जुलाई तक जिले में 157.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है. यह सामान्य बारिश से लगभग 90 मिमी कम है. बारिश न होने के कारण किसानों ने सोयाबीन की बोवाई नहीं की है. वहीं अब समय निकल जाने के कारण सोयाबीन की बोवाई होने की संभावना कम ही है. अभी लगभग 200 वर्ग किमी के इलाके में बादल आए हुए हैं. दबाव कम होने के चलते इन इलाकों में बारिश शुरू हुई है. अभी 2-3 दिन तो रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी. वहीं गुना, अशोकनगर, शिवपुरी में बादल काफी नीचे आ गए हैं.