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रमजान में टीवी चलाने पर महिला को जान से मारने की धमकी, कांग्रेस का गढ़ है इलाका

पड़ोसी मुसलमानों ने रमजान का हवाला देकर महिला को टीवी चलाने से मना किया. इसके बाद वे धारदार हथियार लेकर एक दर्जन की संख्या में जुट गए और महिला के साथ मारपीट करने लगे.

Updated on: 07 May 2020, 02:45 PM

नई दिल्ली:

असल असहिष्णुता तो इसे कहा जाएगा. अपने घर में टीवी देखने पर असम में एक ग़रीब परिवार की महिला के साथ स्थानीय मुस्लिमों ने मारपीट की. पड़ोसी मुसलमानों ने रमजान का हवाला देकर महिला को टीवी चलाने से मना किया. इसके बाद वे धारदार हथियार लेकर एक दर्जन की संख्या में जुट गए और महिला के साथ मारपीट करने लगे. महिला की हत्या की कोशिश भी की गई. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.

असम की है घटना
यह घटना असम के शिबसागर जिले में स्थित नाज़िरा कसबे की है, जहां उक्त महिला चाय की दुकान चलाती है. यह घटना तब हुई, जब वह शुक्रवार (मई 1, 2020) को दुकान से लौटने के बाद घर में टीवी देख रही थी. टीवी की आवाज भी ज्यादा नहीं थी और पड़ोसियों का घर भी वहां से कुछ दूरी पर स्थित है. आसपास के मुसलमान वहां जुट कर कहने लगे कि रमजान का पाक महीना चल रहा है, टीवी मत चलाओ. यही नहीं, 39 वर्षीय जाह्नोबी गोगोई के साथ गाली-गलौज करते हुए पड़ोसी मुसलमानों ने चेताया कि अगर महिला ने रमजान महीने के लिए तय किए गए नियमों का पालन नहीं किया तो अंजाम बहुत बुरा होगा.

कांग्रेस का गढ़ है इलाका
यह इलाक़ा कांग्रेस पार्टी का गढ़ भी माना जाता है, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री हितेश्वर सैकिया का परिवार यहां दशकों से प्रभावी रहा है. फ़िलहाल उनके बेटे देबब्रत यहां से विधायक हैं. हालाँकि, ये इलाक़ा जोरहाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता हैं, जहां से भाजपा के तोपोन गोगोई सांसद हैं. स्थानीय मीडिया की ख़बरों में कहा गया है कि समीरउद्दीन मूल रूप से बांग्लादेशी है और एनआरसी में उसका नाम नहीं आया था. इसके बाद से वह और भी बौखलाया हुआ है. पिलहाल पुलिस भी पीड़ित परिवार की खास मदद नहीं कर रही है. ऐसे में स्थानीय बजरंग दल के पदाधिकारी अपने कार्यकर्ताओं के साथ पीड़ित महिला के घर की सुरक्षा में लगे हुए थे.