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ऑस्ट्रेलिया में टॉयलेट पेपर को लेकर हुई मार, तो अखबार ने 8 पेज 'कोरा' छोड़ा, कहा- करो इस्तेमाल...

ऑस्ट्रेलिया (Australia) में टॉयलेट पेपर की कमी हो गई है. दुकानों में टॉयलेट पेपर नहीं मिल रहे हैं. लोगों की परेशानी को देखते हुए एक स्थानीय अखबार ने अनोखी पहल की.

Updated on: 08 Mar 2020, 03:41 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Corona Virus) से लोग दहशत में हैं. खुद को स्वच्छ रखने के लिए लोग हर संभव प्रयास कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया (Australia) में टॉयलेट पेपर की कमी हो गई है. दुकानों में टॉयलेट पेपर नहीं मिल रहे हैं. लोगों की परेशानी को देखते हुए एक स्थानीय अखबार ने अनोखी पहल की.

जब लोगों के घर गुरुवार को अखबार पहुंचा तो वो देखकर दंग रह गए. स्थानीय अखबार ने उनके लिए 8 एक्स्ट्रा जोड़े और उन्हें खाली छोड़ दिया. मतलब उन आठ पन्नों पर कोई खबर नहीं छपी थी. वो बिल्कुल कोरा था. अखबार के पहले पन्ने पर लिखा था कि खाली पन्नों का इस्तेमाल टॉयलेट पेपर के रूप में करें.

बता दें कि टॉयलेट पेपर की कमी से जूझ रहे ऑस्ट्रेलिया में ट्विटर पर #ToiletPaperEmergency और #ToiletPaperApocalypse जैसे हैशटैग चल रहे हैं. स्थानीय अखबरा की इस अनोखी पहल की लोग तारीफ कर रहे हैं. वहीं कुछ लोगों को उनका आइडिया पसंद नहीं आया. लेकिन ज्यादातर ने इसकी तारीफ की है.

स्थानीय अखबार का नाम 'एनटी न्यूज' है. 5 मार्च यानी गुरुवार को 'एनटी न्यूज' ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया और लिखा, ‘जी हां… हमने सही में उन्हें प्रिंट किया है.’

'हम लोगों की जरूरत पूरी करने के लिए जाने जाते हैं'

न्यूज पेपर के संपादक मैट विलियम्स का कहना है कि हम दुनियाभर में पाठकों की जरूरतों को समझने के लिए पहचाने जाते हैं. लोगों की जरूरत टॉयलेट पेपह है और वो मिल नहीं रहा है. इसलिए हमें उनकी आवश्यकता को पूरा करना होगा.

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टॉयलेट पेपर  के लिए मॉल में भिड़ी तीन महिलाएं 

बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में टॉयलेट पेपर की कमी का मामला लड़ाई-झगड़े तक पहुंच गया है. सिडनी के एक मॉल की दुकान में तीन महिलाओं को टॉयलेट पेपर को लेकर आपस में झगड़ते हुए देखा गया. सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. झगड़े की शिकायत मिलने पर पुलिस ने उन्हें समन जारी किया है.

बता दें, ऑस्ट्रेलिया में कोरोना वायरस की दहशत इतनी है कि लोग जरूरत से ज्यादा टॉयलेट पेपर खरीद रहे हैं, जिसके चलते मार्केट में टॉयलेट पेपर की कमी हो गई है. इसके बाद सरकार ने प्रति व्यक्ति एक पैकेट से ज्यादा खरीदने पर पाबंदी लगा दी है.