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अम्मा के पराठे की दुकान( Photo Credit : गूगल फोटो)
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एक 75 साल की बुजुर्ग महिला सड़क पर पैदल चलकर बथुए का साग बेचा करती थी. इससे जो भी कमाई होती, उससे वो अपना और अपनी बेटी का भरण-पोषण करती. लेकिन अब ये बुजुर्ग महिला एक दुकान की मालकिन है.
अम्मा के पराठे की दुकान( Photo Credit : गूगल फोटो)
'बाबा का ढाबा' का किस्सा तो आप भूले नहीं होंगे, कि कैसे सोशल मीडिया ने एक बुजुर्ग दंपत्ति को फर्श से अर्श तक पहुंचाया था. एक ऐसा ही किस्सा यूपी के हाथरस से सामने आया है. यहां एक 75 साल की बुजुर्ग महिला सड़क पर पैदल चलकर बथुआ बेचा करती थी. इससे जो भी कमाई होती, उससे वो अपना और अपनी बेटी का भरण-पोषण करती थी. लेकिन अब ये बुजुर्ग महिला एक दुकान की मालकिन हैं.
और पढ़ें: 'बाबा का ढाबा' को मिला बॉलीवुड सितारों का साथ, ऐसे कर रहे मदद
दरअसल, दीपक शर्मा नाम के एक शख्स ने बथुआ बेच रही अम्मा का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था, जो काफी वायरल हुआ. वीडियो देखने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर संज्ञान लेते हुए अम्मा की मदद का निर्देश दिया था. मंगलवार को सीएम योगी के निर्देशानुसार बुजुर्ग महिला के लिए 'अम्मा का पराठा' नाम से दुकान खुलवा दी गई.
डीएम हाथरस प्रवीण कुमार ने अम्मा शांतिदेवी को सरकारी योजनाओं के अंतर्गत लाभ दिलाया और उनके लिए आजीविका चलाने के लिए पराठे का एक स्टॉल भी लगवाने में सहायता प्रदान की. मंगलवार को बथुआ वाली अम्मा नवीन प्रतिष्ठान और अम्मा का पराठा की दुकान का जिलाधिकारी हाथरस ने ओढ़पुरा हाथरस में फीता काटकर उद्घाटन किया.
बुजुर्ग शांति देवी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के माध्यम से उन्हें आज उन्हें अपना रोजगार शुरू करने में सहायता मिली है. इसके लिए मैं सीएम योगी बधाई और धन्यवाद देती हूं.
Source : News Nation Bureau