एमएलसी का दावा, स्कूल बंद होने से कम उम्र में हो रही शादी (Photo Credit: file photo)
नई दिल्ली:
औरंगाबाद के एक एमएलसी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने पर एक बार दोबारा विचार करने का अनुरोध किया है. इस पत्र में, एमएलसी ने मुख्यमंत्री से 50 प्रतिशत क्षमता वाले स्कूलों और कॉलेजों को दोबारा से शुरू करने की अनुमति का आग्रह किया है. कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए, महाराष्ट्र में स्कूल 15 फरवरी, 2022 तक बंद हैं. कक्षाएं ऑनलाइन चलाई जा रही हैं.
स्कूल और कॉलेज के बंद होने से शिक्षा प्रभावित
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से मराठवाड़ा ग्रेजुएट्स निर्वाचन क्षेत्र के एमएलसी सतीश चव्हाण का दावा है कि स्कूलों और कॉलेजों के बंद होने से छात्रों की शिक्षा लगातार प्रभावित हो रही है. एनसीपी का शिवसेना के साथ गठबंधन है. महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में वह अहम सहयोगी है. उन्होंने एक पत्र में दावा किया कि शिक्षा सत्र में रोक के कारण लड़के खेतों में काम करने को मजबूर हैं. वहीं लड़कियों की कम उम्र में माता-पिता शादी कर दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि स्कूल और कॉलेज बंद रहने से छात्रों में लेखन और पढ़ने की रुचि कम होती जा रही है. उनके ज्ञान प्राप्त करने के कौशल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है. एमएलसी के अनुसार महाराष्ट्र में मॉल, होटल और सिनेमा हॉल को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कैसे काम करने दिया जा रहा है, इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
अगले 10-15 दिनों के बाद होगा विचार
एक दिन पहले, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा था कि स्कूलों को दोबारा से खोलने की मांग पर अगले 10-15 दिनों के बाद विचार किया जाएगा. बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की घटनाएं काफी कम हैं. छात्रों को शिक्षा का नुकसान अधिक हो रहा है. उन्होंने कहा कि अंतिम फैसला महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे करेंगे.