logo-image

PAK में आतंकियों का खौफ, AK-47 लेकर CPEC प्रोजेक्ट में काम कर रहे चीनी वर्कर, फोटो Viral

पाकिस्तान में जारी चीन-पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर (CPEC) के साइट की तस्वीरें इन दिनों सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही हैं. यहां पर काम कर रहे चीनी वर्कर (Chinese Worker) सिर्फ अपने टूल्स नहीं बल्कि AK-47 लेकर तैनात हैं.

Updated on: 22 Jul 2021, 12:49 PM

highlights

  • पाकिस्तान में पिछले दिनों हुआ था चीनी वर्कर्स पर हमला
  • चाइना पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर में काम कर रहे चीनी वर्कर्स
  • पाक सेना के अलावा खुद भी रखते हैं हथियार

इस्लामाबाद:

पाकिस्तान में चाइना पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर (CPEC) के साइट की तस्वीरें इन दिनों सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही हैं. यहां काम कर रहे चीनी वर्करों के साथ में सिर्फ अपने टूल्स ही नहीं AK-47 लेकर तैनात हैं. चीनी वर्कर्स को आतंकियों का इतना खौफ है कि बिना हथियार अब वह काम पर नहीं जा रहे हैं. पिछले दिनों पाकिस्तान में चीनी वर्कर्स से भरी एक बस पर आतंकी हमला हुआ था. इसके बाद से चीन के वर्कर्स में दहशक का माहौल है. कड़ी सुरक्षा के बीच इन्हें काम पर ले जाया जा रहा है. चीनी वर्कर्स सिर्फ पाकिस्तान की सेना के भरोसे नहीं हैं, बल्कि उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए खुद हथियार रखे हैं. 

पाकिस्तान में चाइना पाकिस्तान इकॉनोमिक कॉरिडोर (CPEC) के तहत कई प्रोजेक्ट कर काम चल रहा है. इसमें कई चीनी वर्कर्स काम करते हैं. ये वर्कर जहां भी जाते हैं उनके साथ पाकिस्तान की सेना हमेशा साथ रहती है. पिछले चीनी वर्कर्स से भरी एक बस को निशाना बनाया गया, ऐसे में अन्य चीनी वर्कर्स सतर्क हो गए. खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र  में इंजीनियर्स से भरी हुई बस को आतंकियों ने निशाना बनाया था, जिसमें 9 चीनी नागरिकों की मौत हुई थी. चीन की ओर से इस हमले की जांच करने के लिए पाकिस्तान में एक टीम भी भेजी गई है. यही कारण है कि इस तरह की तस्वीरें चर्चा का विषय बन रही हैं, जिनमें चीनी इंजीनियर अपने कंधे पर एके-47 रखकर काम कर रहे हैं.  

बता दें कि पाकिस्तान (Pakistan) में जहां भी चीनी वर्कर पाक सेना के साए में काम करते हैं फिर भी कई बार उन्हें पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में कई बार चीनी नागरिकों को स्थानीय लोगों और विरोध करने वालों के गुस्से का शिकार होना पड़ता है. चीन द्वारा करोड़ों रुपये खर्च कर एक स्पेशल सिक्युरिटी डिविजन (SSD) बनाई गई थी, जिसका काम सिर्फ पाकिस्तान में काम कर रह चीनी नागरिकों को सुरक्षित रखना था. पाकिस्तान को भी चीनी वर्कर्स की सुरक्षा पुख्ता करने के लिए कहा गया था, लेकिन कई बार ऐसा होने में असफलता मिली है.