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Viral Photo: Lander Vikram की फेक फोटो Social Media पर कर रही Trend, न करें यकीन

जो तस्वीर ऑर्बिटर के द्वारा ली गई है वो थर्मल इमेज है न कि कोई नॉर्मल इमेज है और जो इमेज वायरल हो रही है वो एक नार्मल इमेज है.

Updated on: 09 Sep 2019, 04:12 PM

highlights

  • चंद्रयान 2, लैंडर विक्रम की फेक फोटो हो रही वायरल. 
  • विक्रम लैंडर की फेक तस्वीर इतनी ट्रेंड कर रही है कि लोग इस फोटो को सच्ची फोटो मान ले रहे हैं.
  • लैंडर के लोकेशन का पता चंद्रयान 2 के ऑर्बिटर के ऑन-बोर्ड कैमरे से कैप्चर की गई तस्वीरों से चला. 

नई दिल्ली:

Vikram Lander's Fake Photo Going Viral: चंद्रयान 2 (Chandrayaan 2) के लैंडर विक्रम (Lander Vikram) का पता चलने के बाद सोशल मीडिया पर इसकी कई फोटोज वायरल होने लगी हैं जो असल में Fake है. आपको बता दें कि ये तस्वीरें फेक हैं. जैसे ही रविवार को विक्रम लैंडर की थर्मल इमेज का पता चला वैसे ही सोशल मीडिया पर भी अफवाहों का अंबार लग गया. विक्रम लैंडर की फेक तस्वीर इतनी ट्रेंड कर रही है कि लोग इस फोटो को सच्ची फोटो मान ले रहे हैं.

बता दें कि जो तस्वीर ऑर्बिटर के द्वारा ली गई है वो थर्मल इमेज है न कि कोई नॉर्मल इमेज है और जो इमेज वायरल हो रही है वो एक नार्मल इमेज है.

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दरअसल, विक्रम लैंडर के मिलने के बाद लोगों में इतना उत्साह आ गया कि लोग #vikramkanderspotted के टैग से कई पुरानी तस्वीरें शेयर करने लगे. वो इस तस्वीरों को इसरो प्रमुख द्वारा जारी किए जाने की भी बात कर रहे हैं. ऐसी कई तस्वीरें देखते ही देखते ट्विटर पर ट्रेंड भी करने लगीं. जबकि ये तस्वीर अपोलो 16 लैंडिंग की है. इसरो के मुताबिक, अब दूसरी तस्वीर आर्बिटर पहली तस्वीर से तीन दिन बाद ही ले पाएगा जब वो एक निश्चित लोकेशन पर आएगा.

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बता दें चांद की सतह से केवल 2.1 किलोमीटर की दूरी पर था तभी उसका संपर्क इसरो के कंट्रोल रूम से टूट गया था लेकिन विक्रम की थर्मल इमेज के मिलने के बाद से ही इसरो की टीम में एक नई जान आ गई है. रविवार को इसरो के अध्यक्ष के सिवन ने बताया कि ऑर्बिटर की मदद से चांद की सतह पर विक्रम मॉड्यूल के लोकेशन का पता चला चुका है. उन्होंने बताया कि ये एक हार्ड-लैंडिंग रहा होगा, जबकि योजना सॉफ्ट-लैंडिंग कराने की थी. साथ ही सिवन ने बताया कि ये एक कठिन लैंडिंग रहा होगा.

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लैंडर के लोकेशन का पता चंद्रयान 2 के ऑर्बिटर के ऑन-बोर्ड कैमरे से कैप्चर की गई तस्वीरों से चला. ऑर्बिटर सही ढंग से चांद की चारों ओर अपनी कक्षा में चक्कर लगा रहा है. इसरो की टीम को पूरा भरोसा है कि जल्द ही विक्रम से कनेक्शन स्टैबलिश कर लिया जाएगा.