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विधवा महिला से प्यार का साइड इफेक्ट, आशिक लड़का रहा, न लड़की

कहते हैं कि प्यार में इंसान किसी भी हद से गुजरने को तैयार हो जाता है. कुछ ऐसी ही खबर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से आई है.

Updated on: 12 Feb 2022, 01:00 PM

highlights

  • विधवा के प्यार में युवक ने पार की हद
    साथ रहने के लिए जेंडर 'बदल डाला'
    बीच में रुका इलाज, गई पहचान

भोपाल:

कहते हैं कि प्यार में इंसान किसी भी हद से गुजरने को तैयार हो जाता है. कुछ ऐसी ही खबर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से आई है. भोपाल के रहने वाले एक युवक दिल्ली स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता था. इसी दौरान उसे अपने एक सहकर्मी विधवा महिला से प्यार हो गया. उसके प्यार में वह इस कदर दीवाना हो गया कि वह किसी भी हालत में उस महिला के साथ रहना चाहता था. लिहाजा, युवक ने एक बच्ची की मां विधवा महिला के सामने शादी का प्रस्ताव रखा, जिसे महिला ने ठुकरा दिया. बताया जाता है कि महिला के पति की 2 साल पहले कोरोना से मौत हो गई थी. इसके बाद महिला ने यह तय कर लिया कि वह अब किसी और को पति के रूप में स्वीकार नहीं करेगी. यही वजह है कि महिला ने युवक के बार-बार निवेदन करने के बाद भी शादी के लिए तैयार नहीं हुई. इसके बाद युवक ने कहा कि अगर वह उसे पुरुष के रूप में स्वीकार नहीं कर सकती है, तो वह उसके साथ रहने और उसकी मदद करने के लिए वह अपना जेंडर चेंज कराकर महिला बनकर उनके साथ रहना चाहता है. इसके बाद युवक ने डॉक्टरी सलाह पर अपना जेंडर चेंज कराने का ट्रीटमेंट भी शुरू कर दिया. लेकिन इस बीच इस बात की जानकारी युवक के माता-पिता को लग गई. उन्होंने युवक की काउंसलिंग शुरू की। इसके बाद युवक ने अपना ट्रीटमेंट बंद करा लिया है। इसका नतीजा ये हुआ कि युवक अब न लड़का रहा न लड़की।

ऐसे खुला राज
आपको बता दे कि 32 वर्षीय यह युवक एक संभ्रांत परिवार से है. उसके पिता क्लास वन ऑफिसर हैं. युवक खुद भी दिल्ली की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर रहा है।  बताया जाता है कि ट्रीटमेंट की वजह से लड़के के हार्मोंस बदलने लगे थे। वह लड़कियों के जैसा व्यवहार करने लगा था। इसके साथ ही वह अक्सर अकेले रहता और रोने लगता ता। इसके अलावा वह बात-बात पर गुस्से करने और चिल्लाने जैसी हरकत करने लगा था। माता-पिता ने उसके अंदर हो रहे इस बदलाव को देखने के बाद काफी हैरान हुए। माता-पिता ने इसके बाद बेटे से उनके अंदर हो रहे बदलाव के बारे में बात की तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ है। 

परिवार अब करा रहा काउंसलिंग

बेटे की बिगड़ती हालत को देखने के बाद माता-पिता ने उसकी काउंसलिंग कराने का फैसला लिया। इस मामले को लेकर युवक के माता-पिता वकील और काउंसलर सरिता रोजाना के पास गए। इसके साथ ही उसकी दोस्त विधवा महिला ने भी बात की गई। इसके बाद उस महिला ने भी युवक को समझाया. इसके बाद युवक ने जेंडर चेंज करने का ट्रीटमेंट बीच में रोक दिया है, लेकिन इसका असर ये हुआ है कि युवक न अब लड़का रहा, न लड़की। यानी वह शारीरिक रूप से तो लड़का है, लेकिन इलाज की वजह से उसके अंदर लड़कियों वाली अदाएं आ गई है।

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महिला की इस जिद ने युवक को जेंडर बदलने के लिए किया मजबूर
बताया जाता है कि नौकरी के दौरान युवक की अपने ही ऑफिस में काम करने वाली एक विधवा महिला से प्यार हो गया था। ये दोनों 6 महीने पहले ही मिले थे। महिला विधवा थी और उसकी एक बेटी भी है।  दरअसल, पति की दो साल पहले कोरोना के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद महिला ने निश्चय कर किया था कि वह अब किसी और से शादी नहीं करेगी। लिहाजा, महिला के प्यार में पागल युवक ने जब महिला के सामने शादी का प्रस्ताव रखा तो उसने शादी करने से मना कर दिया. इसके बाद उसने उससे कहा कि वह किसी भी कीमत पर उसके साथ रहना चाहता है और उसकी मदद करना चाहता है. इसके बाद युवक ने महिला से कहा कि अगर वह उसके पुरुष के रूप को स्वीकार नहीं करती तो वह जेंडर चेंज करा लेगा और महिला बनकर उसके साथ रहेगा. इसके बाद युवक ने डॉक्टरी सलाह पर अपना जेंडर चेंज कराने का ट्रीटमेंट भी शुरू कर दिया. लेकिन इलाज बीच में ही रोक दिए जाने की वजह से अब वह न लड़का रहा और न ही लड़की।