logo-image

तिरंगे के रंगों का इस्तेमाल कर विवादों में घिरा Amazon, MP में FIR के निर्देश

Amazon Boycott Trending On Twitter: कई यूजर्स ने ट्वीट में लिखा कि ये राष्ट्रीय ध्वज से संबंधित कोड का उल्लंघन है. इस कोड के अनुसार, ध्वज का उपयोग किसी भी पोशाक या वर्दी के हिस्से के तौर पर नहीं किया जा सकता है. 

Updated on: 25 Jan 2022, 12:05 PM

highlights

  • यूजर्स ने कहा कि ये राष्ट्रीय ध्वज से संबंधित कोड का उल्लंघन है
  • कंपनी ने बीते हफ्ते गणतंत्र दिवस के मौके पर सेल चलाई थी

नई दिल्ली:

ऑनलाइन शॉ‍पिंग प्‍लेटफॉर्म अमेजन को सोशल मीडिया पर विरोध का सामना करना पड़ रहा है. ट्विटर पर #Amazon_Insults_National_Flag ट्रेंड कर रहा है. यूजर्स का आरोप है कि चॉकलेट रैपर, फेस मास्क, सेरेमिक मग, कपड़ों जैसे कई उत्पादों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा (National Flag) छपा हुआ था. कई यूजर्स ने ट्वीट में लिखा कि ये राष्ट्रीय ध्वज का अपमान है, ये राष्ट्रीय ध्वज से संबंधित कोड का उल्लंघन है. इस कोड के अनुसार, ध्वज का उपयोग किसी भी पोशाक या वर्दी के हिस्से के तौर पर नहीं किया जाएगा. यह कशीदाकारी या कुशन, रूमाल, नैपकिन या बक्से पर मुद्रित नहीं होना चाहिए. हालांकि, ये अभी साफ नहीं है कि ध्वज में शामिल केवल तीन रंगों का उपयोग भी फ्लैग कोड द्वारा प्रतिबंधित किया गया है या नहीं. इस मामले में  मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि राष्ट्र के अपमान के किसी भी कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। DGP को निर्देश दिए हैं कि अमेज़न प्लेटफार्म के विरुद्ध FIR दर्ज करें।

‘सस्ते तरीकों’ का उपयोग कर रही 

कई लोगों ने अमेजन के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला. इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया. उन्होंने कहा कि यह 2017 में हुए विवाद जैसा ही नजर आता है. कुछ यूजर्स के अनुसार अमेजन अपनी बिक्री बढ़ाने को लेकर ‘सस्ते तरीकों’ (Cheap Methods) का उपयोग कर रही है. हालांकि, कुछ लोगों ने कहा कि कंपनी भारतीय उपभोक्ताओं को खुश करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है.

गौरतलब है कि कंपनी ने 73 वें गणतंत्र दिवस से पहले यानी बीते हफ्ते गणतंत्र दिवस के मौके पर सेल चलाई (Amazon Republic Day Sale) थी. कुछ यूजर्स ने इस सेल  में ऐसे जूते और कपड़े बेचने का आरोप लगाया है, जिन पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज छपा हुआ था. इस दौरान अमेजन पर ट्राइकलर (Tricolor) सर्च करने पर पता चला कि कई कपड़े ऐसे थे जिन पर तिरंगा छपा हुआ था. यहां पर तिरंगे वाले जूते नहीं दिखाई दिए, फेस मास्क भी तिरंगे में थे, लेकिन उन पर अशोक चक्र नहीं था.

ससे पहले भी कई बार उठे विवाद

इससे पहलेअमेजन पर 2019 में हिंदू देवी-देवताओं के चित्र वाली टॉयलेट सीट कवर और डोरमैट्स (दरवाजे पर बिछाए जाने वाले मैट) बचने का आरोप लगाया गया था. उस समय भी बायकॉट कैंपेन चलाया गया था. 2017 में भी अमेजन की कनाडा वाली वेबसाइट पर भारतीय तिरंगे के चित्र वाले डोरमैट बेचने का आरोप लगा. तब भारत सरकार ने अमेरिकी और कनेडियन एंबेसी के सामने यह मुद्दा उठाया था. सरकार ने इसे अमेजन की सीनियर लीडरशिप के सामने उठाने का निर्णय लिया था.