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25 साल की महिला ने नौ बच्चों को दिया जन्म, तोड़ा रिकॉर्ड

हम हर दिन ऐसी तमाम खबरें पढ़ते हैं, जिसे पढ़कर एक पल को बेहद हैरानी होती है. एक ऐसी ही खबर अफ्रीकी देश माली से आई है. यहां एक हलीमा सिस्से नाम की महिला ने नौ बच्चों को जन्म दिया है. इस खबर को सुनकर हर कोई दंग हैं.  

Updated on: 06 May 2021, 12:56 PM

नई दिल्ली:

हम हर दिन ऐसी तमाम खबरें पढ़ते हैं, जिसे पढ़कर एक पल को बेहद हैरानी होती है. एक ऐसी ही खबर अफ्रीकी देश माली से आई है. यहां एक हलीमा सिस्से नाम की महिला ने नौ बच्चों को जन्म दिया है. इस खबर को सुनकर हर कोई दंग हैं.  महिला ने इन बच्चों को जन्म मोरक्को के एक अस्पताल में दिया है. जन्म लेने वाले बच्चों में 5 बच्चियां और 4 बेटे हैं. हलीमा की उम्र 25 साल बताई जा रही है.  इस बारे में डॉक्‍टरों ने बताया कि मंगलवार को हलीमा ने इन बच्‍चों को जन्‍म द‍िया. सभी बच्‍चे अभी स्‍वस्‍थ हैं. उन्होंने बताया कि महिला का सिजेरियन विध‍ि प्रसव कराया गया है.  वहीं बताया जा रहा है कि बच्‍चों का तो जन्‍म हो गया है लेकिन अभी महिला को अगले कई सप्‍ताह तक अस्‍पताल में रहना पड़ सकता है. 

हलीमा टिमबूक्‍तू इलाके की रहने वाली हैं. माली की सरकार ने हलीमा के सुरक्षित प्रसव के लिए उन्‍हें मोरक्‍को भेज दिया था. माली की स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री फांता सिबी ने कहा कि हैवी ब्‍लीडिंग और ब्‍लड ट्रांसफ्यूजन के बाद हलीमा का स्‍वास्‍थ्‍य अब बेहतर है. हलीमा के पति अभी माली में ही हैं. प्रसव से पहले हलीमा को माली की राजधानी बमाको के अस्‍पताल में दो सप्‍ताह के लिए भर्ती कराया गया था. इसके बाद बेहतर देखरेख के लिए माली की सरकार ने उन्‍हें मोरक्‍को भेज दिया था.

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बताया जा रहा है कि ये बच्‍चे समय से पहले ही हो गए हैं. हलीमा का नौ बच्‍चों को जन्‍म देना दुनिया में अपने आप में दुर्लभ है. अब पूरे विश्‍व में तीसरा ऐसा मामला है. इससे पहले ऑस्‍ट्रेलिया और मलेशिया में महिलाओं ने 9 बच्‍चों को जन्‍म दिया था. हालांकि इन बच्‍चों की जन्‍म के कुछ समय बाद ही मौत हो गई थी. 

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने बताया कि करीब 30 सप्‍ताह के बच्‍चे 39.9 सेंटीमीटर के हैं. मोरक्‍को के अस्‍पताल की ओर से जारी अद्भुत वीडियो में ये सभी बच्‍चे डॉक्‍टरों और नर्सों की निगरानी में हैं. अस्‍पताल में उनका पूरा ख्‍याल रखा जा रहा है ताकि बच्‍चों का जीवन बच सके. हलीमा को प्रसव से ठीक पहले व‍िमान के जरिए मोरक्‍को पहुंचाया गया था. हलीमा का प्रसव कराने वाले डॉक्‍टर याजिद मुराद ने कहा कि सभी बच्‍चे करीब 30 सप्‍ताह के हैं.

उन्‍होंने कहा कि यह प्रयास किया गया कि प्रसव देरी से हो ताकि बच्‍चों के जिंदा बचने की संभावना बढ़ जाए. उन्‍होंने कहा कि ये बच्‍चे 25 सप्‍ताह पर ही होने वाले थे लेकिन हमारे प्रयासों से वे 5 सप्‍ताह और अपनी मां के पेट में रहे. इससे उनके जिंदा रहने की संभावना अब काफी बढ़ गई है.