Deadly Snakes in India
क्या आप यकीन कर पाएंगे कोई मरा हुआ सांप भी उतना ही खतरनाक होता है, जितना कि एक जिंदा सांप. क्या आपको भरोसा होगा एक मरा हुआ सांप भी पलट कर डस सकता है और पलक झपकते ही शिकार को मौत के घाट उतार सकता है. शायद आप यकीन ना लेकिन यह सच है. सांप मरता तो है लेकिन मरकर भी डसता है. क्या कोई मरा हुआ सांप भी इंसानों के लिए जानलेवा हो सकता है? क्या मौत के बाद भी इंसानों के शरीर में जहर उतार सकते हैं सांप? क्या मरने के बाद भी सांप की आंखों में बदले का जुनून सवार रहता है? मौत के बाद बदले का जुनून.
मरकर भी खतरा टला नहीं
आप सोचते हैं कि सांप की जान गई और खतरा टल गया तो आप गलत हैं. अगर आप सोचते हैं कि सांप की मौत हुई और उसका शरीर निर्जीव पड़ गया है तो आप गलत हैं. सांप मरकर भी जिंदा रहते हैं. सांप मरकर भी डस लेते हैं. असम के गुवाहाटी में एक स्टडी ने दुनिया भर के वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है. इस स्टडी में पता चला है कि सांप जितना जिंदा रहने पर इंसानों के लिए खतरनाक होते हैं, उतनी ही मौत के बाद भी. फ्रंटियर्स इन ट्रॉपिकल डिजीज जनरल में एक रिसर्च प्रकाशित हुई है. कुछ सांप ऐसे भी होते हैं जो मरने के 3 घंटे तक डस सकते हैं. असम के नामरूप कॉलेज की सुष्मिता ठाकुर की अगुवाई में सांपों पर एक स्टडी की गई. इस स्टडी में पाया गया कि सांपों के खोखले दांतों में जहर बचा हुआ रहता है. अगर कोई सांप के मरने के 3 घंटे के अंदर उसे छूने की कोशिश करता है तो वह पलट कर डस भी सकता है.
मरकर भी हमला कर देते हैं ये सांप
हालांकि ऐसे सभी सांप नहीं होते कुछ ही होते हैं. पहला मोनोकल्ड कोबरा जिसे नाजा कोथिया कहते हैं. दूसरा ब्लैक करैत जिसे बंगरस लिविडस कहते हैं. सुष्मिता ठाकुर ने अपनी स्टडी में तीन घटनाओं का जिक्र किया और बताया कि किस तरह मरने के बावजूद सांप ने अपने जहर को इंजेक्ट किया और वह जहर भी उतना ही खतरनाक था जितना एक जिंदा सांप का जहर होता है. पहला मामला मध्य प्रदेश के शिवसागर जिले का है. जहां पर एक 45 साल के शख्स ने एक सांप का सिर काटकर उसे मार डाला. वो सांप उस शख्स की मुर्गियों पर हमले करता था. वो शख्स गुस्से में था और सांप से भयानक इंतकाम लिया था. फिर जब वो मरे हुए सांप को ठिकाने लगाने के लिए ले जाने लगा तो सांप के कटे हुए सिर ने पलट कर उस शख्स के अंगूठे में डस लिया. उसे तेज दर्द हुआ. परिजन उसे अस्पताल ले गए. सांप ने जहां काटा था वहां की स्किन नीली पड़ चुकी थी. डॉक्टरों ने सांप की तस्वीर देखी. पता चला वो मोनोकल्ड कोबरा था. 20 दिनों तक शख्स अस्पताल में पड़ा रहा लेकिन जिंदा बच गया.