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वायरल वीडियो Photograph: (X)
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वायरल वीडियो Photograph: (X)
कांग्रेस सांसद शशी थरूर ने रविवार को पाहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए भारत की प्रतिक्रिया को 'स्मार्ट और सख्त' करार दिया. थरूर ने बताया कि इस हमले के बाद उन्होंने एक लेख लिखा था जिसमें उन्होंने भारत से "कड़ी और स्मार्ट" प्रतिक्रिया की उम्मीद जताई थी और उन्होंने खुशी जताई कि भारत ने सही दिशा में कदम उठाए.
थरूर ने कहा, "मैं केंद्र सरकार के लिए काम नहीं करता, मैं एक विपक्षी पार्टी का सदस्य हूं, लेकिन मैंने एक आर्टिकल में लिखा था कि अब समय आ गया है कि भारत को कड़ा और स्मार्ट कदम उठाना चाहिए, और मुझे खुशी है कि भारत ने वही किया." उन्होंने विस्तार से बताया कि भारतीय सेना ने सटीक और सोची-समझी कार्रवाई करते हुए 9 प्रमुख आतंकवादी ठिकानों पर हमले किए. इन ठिकानों में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे आतंकवादी संगठनों के मुख्यालय और लॉन्चपैड्स शामिल थे.
थरूर ने यह भी कहा कि भारत ने अपनी कार्रवाई के माध्यम से यह संदेश दिया कि यह "एकतरफा युद्ध की शुरुआत नहीं, बल्कि एक कड़ी प्रतिक्रिया थी" और इसने दुनिया को यह संकेत दिया कि भारत आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा.
इस दौरान, थरूर ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की आवश्यकता को रेखांकित किया और 9/11 मेमोरियल पर अपनी टीम की यात्रा का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "हम इस यात्रा को एकजुटता के प्रतीक के रूप में कर रहे हैं, क्योंकि आतंकवाद एक वैश्विक समस्या है और हम सबको मिलकर इसका मुकाबला करना होगा."
पाहलगाम आतंकी हमले को थरूर ने "दुष्ट और शातिर प्रयास" के रूप में बताया, जिसका उद्देश्य भारत के अन्य हिस्सों में साम्प्रदायिक हिंसा को भड़काना था. उन्होंने कहा कि हमलावरों ने पीड़ितों की पहचान उनके धर्म के आधार पर की और उनका लक्ष्य था कि यह हमला अन्य राज्यों में हिंसा को जन्म दे. लेकिन, जम्मू और कश्मीर में स्थानीय समुदायों ने एकजुटता दिखाई और हमले के खिलाफ सभी धर्मों के लोग एक साथ खड़े हुए.
थरूर ने बताया कि इस हमले को आतंकवादी समूह "द रेजिस्टेंस फ्रंट" (TRF) ने कुछ ही घंटों में जिम्मेदारी ली, जो कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक मोर्चा है. भारत ने इस समूह के खिलाफ यूएन सुरक्षा परिषद में 2023 और 2024 में जानकारी दी थी, लेकिन पाकिस्तान और चीन ने इसे खारिज करने में मदद की.
थरूर ने कहा, "पाकिस्तान ने हमेशा की तरह इस हमले की निंदा करने से इनकार किया और चीन ने पाकिस्तान के साथ मिलकर इसे संयुक्त राष्ट्र के प्रेस बयान से हटा दिया." इस प्रकार, थरूर ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कड़ी और सटीक प्रतिक्रिया की सराहना की और इसे वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की आवश्यकता का संदेश माना.