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राष्ट्रपति बशर अल-असद (SM)
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के विमान हादसे का दावा किया जा रहा है.
राष्ट्रपति बशर अल-असद (SM)
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के विमान हादसे का दावा किया जा रहा है. हालांकि, जांच में यह दावा गलत पाया गया है. असल में यह वीडियो भारतीय वायुसेना के मिग-29 लड़ाकू विमान के क्रैश का है, जो 2 सितंबर 2024 को राजस्थान के बाड़मेर जिले में हुआ था.
भारतीय वायुसेना का यह हादसा नाइट ट्रेनिंग मिशन के दौरान हुआ, जब विमान में गंभीर तकनीकी खराबी आ गई. हालांकि, विमान के पायलट ने समय रहते सुरक्षित तरीके से विमान से इजेक्ट कर लिया और कोई जनहानि या संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ. यह घटना बाड़मेर के उत्तरलाई इलाके के पास एक निर्जन खेत में हुई, जिससे आबादी वाले क्षेत्र प्रभावित नहीं हुए.
🇸🇾 #BREAKNEWS | PLANE CRASH OF BASHAR AL ASSAD NEAR HOMS! IT DEPARTED DAMASCUS AIRPORT, TOOK A TURN AND REACHED AN ALTITUDE OF 500 METERS! THEN CRASHED!
— DxnixlRxbrxck (@DRxbrxck) December 8, 2024
INFORMATION IN PROCESS... pic.twitter.com/J30OKgafYi
भारतीय वायुसेना ने इस घटना की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि मिग-29 विमान में तकनीकी खराबी के चलते यह हादसा हुआ. इसके बावजूद इस घटना के वीडियो का दुरुपयोग कर इसे सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के विमान हादसे से जोड़ दिया गया. रिपोर्ट्स के अनुसार, सीरिया में विद्रोही गुटों के बढ़ते प्रभाव और राजधानी दमिश्क पर कब्जे के बाद बशर अल-असद के देश छोड़ने की खबरें सामने आई थीं. हालांकि, इन खबरों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो पाई है.
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2011 में सीरिया में शुरू हुए लोकतांत्रिक आंदोलन ने गृह युद्ध का रूप ले लिया, जिसमें अब तक पांच लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 1.2 करोड़ लोग विस्थापित हो चुके हैं. सीरियाई सरकार ने रूस और ईरान की मदद से बड़े शहरों पर नियंत्रण तो हासिल कर लिया है, लेकिन देश के कई हिस्से अब भी उसके अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं.
उत्तर और पूर्वी क्षेत्र कुर्दिश गुटों के नियंत्रण में हैं, जिन्हें अमेरिका का समर्थन प्राप्त है. वहीं, उत्तर-पश्चिमी प्रांतों में विद्रोही गुटों और तुर्की समर्थित सेनाओं का प्रभाव है. इस क्षेत्र में हयात तहरीर अल-शाम जैसे इस्लामी संगठन सक्रिय हैं.
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