Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि क्यों मनाई जाती है? जानें इसका इतिहास और महत्व

शारदीय नवरात्रि हिंदू धर्म का पावन पर्व है, जिसे देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा के लिए मनाया जाता है. यह पर्व अच्छाई पर बुराई की जीत का प्रतीक है.

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Deepak Kumar
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शारदीय नवरात्रि हिंदू धर्म का पावन पर्व है, जिसे देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा के लिए मनाया जाता है. यह पर्व अच्छाई पर बुराई की जीत का प्रतीक है.

शारदीय नवरात्रि वह पावन पर्व है जब देवी के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. यह पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है. ‘नवरात्रि’ संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है ‘नौ विशेष तिथियों का समूह.’ यह शब्द केवल समय बताने के लिए नहीं बल्कि इस दौरान किए जाने वाले कर्मों का संकेत देता है. विद्वान नंद पंडित के अनुसार, नवरात्रि का उद्देश्य व्यक्ति के जीवन में धर्म, सत्य, अहिंसा और न्याय की स्थापना करना है.

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नवरात्रि कब मनाई जाती है

नवरात्रि साल में मुख्यतः दो बार आती है. चैत्र शुक्ल पक्ष में वर्षारंभ पर और आश्विन शुक्ल पक्ष में. इसके अलावा आषाढ़ और माघ मास में दो अप्रचलित नवरात्र होते हैं, जिन्हें गुप्त नवरात्र कहा जाता है. शारदीय नवरात्रि वर्षा ऋतु के अंत और शीत ऋतु के प्रारंभ में आती है. आयुर्वेद के अनुसार यह समय बीमारियों का अधिक होता है. इस दौरान मंत्र जाप, उपवास और हवन करने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है और स्वास्थ्य बेहतर रहता है.

नवरात्रि और देवी की पूजा

प्रचलित कथा के अनुसार, महिषासुर नामक दैत्य ने देवताओं को हराकर स्वर्ग पर कब्जा कर लिया था. देवताओं ने माता दुर्गा का आवाहन किया. देवी दुर्गा ने उनका सामना किया और लगातार नौ दिनों तक युद्ध किया. इस दौरान प्रत्येक दिन देवी की पूजा और मंत्र जाप होते रहे. दसवें दिन, देवी ने महिषासुर का वध किया. तभी से नवरात्रि के नौ दिनों तक पूजा करने की परंपरा चली आ रही है.

नवरात्रि 9 दिन की क्यों होती है?

नवरात्रि नौ दिनों तक मनाई जाती है क्योंकि देवी दुर्गा और महिषासुर के बीच युद्ध नौ दिन चला. हर दिन देवी की शक्ति बढ़ाने के लिए देवताओं ने पूजा और मंत्र जाप किया. दसवें दिन महिषासुर का वध होने के बाद विजयादशमी पर्व मनाया जाता है.

नवरात्रि केवल देवी की पूजा का पर्व नहीं है. यह जीवन में धर्म, शांति और शक्ति को बनाए रखने का संदेश भी देता है. इस दौरान उपवास, साधना और सकारात्मक कर्म करने से न केवल आध्यात्मिक बल मिलता है, बल्कि स्वास्थ्य और मानसिक शक्ति भी मजबूत होती है.

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