Ukraine War: पुतिन ने यूक्रेन शांति योजना पर चर्चा के लिए ट्रंप के दूतों से की मुलाकात

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ट्रंप की शांति योजना को कुछ हद तक स्वीकार तो किया लेकिन यूक्रेन के चार इलाकोंनेस, लोहांस, खेरसोन और जापोजिया पर अपना दावा छोड़ने से इंकार कर दिया है.

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Mohit Saxena
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रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ट्रंप की शांति योजना को कुछ हद तक स्वीकार तो किया लेकिन यूक्रेन के चार इलाकोंनेस, लोहांस, खेरसोन और जापोजिया पर अपना दावा छोड़ने से इंकार कर दिया है.

रूस और यूक्रेन के बीच 3 साल से भी ज्यादा वक्त से चल रहे युद्ध को खत्म कराने की कोशिशों में एक नया मोड़ आया है. अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और उनके दामाद जेरेंट कुशनर ने मंगलवार को रशियन प्रेसिडेंट  व्ला​दिमीर पुतिन से करीब 5 घंटे मुलाकात की. यह बैठक मॉस्को के क्रेमलिन में हुई लेकिन कोई बड़ा समझौता नहीं हो सका. पुतिन ने ट्रंप की शांति योजना को कुछ हद तक स्वीकार तो किया लेकिन यूक्रेन के चार इलाकोंनेस, लोहांस, खेरसोन और जापोजिया पर अपना दावा छोड़ने से इंकार कर दिया. उन्होंने साफ कहा कि इन इलाकों को रूस में मिलाए बिना कोई शांति संभव नहीं है. बातचीत का सिलसिला अगस्त में अलास्का में ट्रंप और पुतिन की शिखर मीटिंग से शुरू हुआ था.

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सुरक्षा गारंटी पर जोर दिया गया

वहां 28 सूत्री योजना पर शुरुआती सहमति बनी थी. लेकिन यूरोप और यूक्रेन ने इसे रूस के पक्ष में बताया. इसके अलावा जेनेवा और मियामी में अमेरिका और यूक्रेन के बीच में भी बैठकें हुई. इस योजना को 28 से छोटा करके 19 सूत्री योजना बनाया गया.  जिसमें यूक्रेन की सेना की सीमाएं हटाई गई और सुरक्षा गारंटी पर जोर दिया गया. ट्रंप ने वाशिंगटन में कैबिनेट मीटिंग में कहा कि यह युद्ध एक बहुत बड़ा सिर दर्द है. 

हर महीने 25 से 3000 लोग मर रहे हैं

हर महीने 25 से 3000 लोग मर रहे हैं. इसे खत्म करना आसान नहीं है लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं. पुतिन के हालिया बयान ने ट्रंप की योजना को बीच में लटका दिया है. सोमवार को उन्होंने यूरोपीय देशों पर आरोप लगाया कि वे शांति प्रक्रिया को बर्बाद करने का प्रस्ताव ला रहे हैं. पुतिन ने कहा कि हम यूरोप से युद्ध नहीं चाहते लेकिन अगर वे हमसे लड़ना चाहे तो हम तैयार हैं. परिणाम इतने तेज होंगे कि उनके पास बातचीत करने वाला कोई नहीं बचेगा.

19% इलाके पर कब्जा जमाए हुए हैं

पुतिन के विदेश नीति के सलाहकार यूरी उषाकोव ने बैठक के बाद बताया कि चर्चा उपयोगी तो रही लेकिन इलाकों पर कोई समझौता नहीं हो सका. अमेरिका ने नए प्रस्ताव दिए पर रूस के लिए वह पूरी तरह स्वीकार्य नहीं है. यूक्रेन के चार इलाकों पर पुतिन की नजर हमेशा से रही है. 2022 में भी रूस ने इन्हें अपना हिस्सा घोषित किया लेकिन अभी तक पूरा कंट्रोल नहीं जमा पाया है. यूक्रेन के 19% इलाके पर कब्जा जमाए हुए हैं. जिनमें इन चार इलाकों के बहुत बड़े हिस्से शामिल हैं. पुतिन की शर्त साफ है. यूक्रेन को इन इलाकों से अपनी फौज हटानी होगी. तभी शांति वार्ता आगे बढ़ेगी. अगर ऐसा ना हुआ तो रूस ताकत के बल पर इन्हें हासिल कर लेगा. उन्होंने कहा कि डोनबास जैसे इलाकों के बिना कोई सीज फायर नहीं.

President Vladimir Putin putin
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