अफगानिस्तान में इन दिनों तबाही मची है. तालिबान के डर से लोग भाग रहे हैं. इस हालातों में भी वहां क्रिकेट सुरक्षित है और क्रिकेट का विकास होगा. चौंकिए नहीं, तालिबान क्रिकेट का विकास करेगा ये बात कही है अफगानिस्तान के पूर्व क्रिकेटर खलिदाद नूरी ने. उन्होंने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा कि तालिबान को क्रिकेट और क्रिकेटरों से प्रेम है. ऐसे में डरने की कोई बात नहीं है. क्रिकेट को लेकर अफगानिस्तान अभी भी एक सुरक्षित स्थान है. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में क्रिकेट को अफगानिस्तान स्पोर्ट्स कमेटी में तब रजिस्टर किया गया जब अफगानिस्तान में तालिबान का ही शासन था. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में 1996 से 2001 के बीच ही क्रिकेट की शुरुआत हुई थी. वहीं, अगर इसके बाद की बात करें तो पिछले दो साल से अफगानिस्तान में क्रिकेट का कोई विकास नहीं हुआ.