Tokyo paralympic 2021: बैडमिंटन मैच का उद्घाटन करने गए तो खेलने भी लगे, जीत लिया पैरालंपिक सिल्वर

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Apoorv Srivastava
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डीएम सुहास का जीवन कभी आसान नहीं रहा. उनका जन्म कर्नाटक के शिमोगा में हुआ. पैदा होते ही उनके पैर खराब हो गए. शुरुआती पढ़ाई गांव में ही हुई. उनके पिता की नौकरी ट्रांसफर वाली थी इसलिए विभिन्न शहरों में रहकर पढ़ाई पूरी की. बिना पैरों के जीवन में आगे बढ़ रहे थे कि वर्ष 2005 में उनके पिताजी का देहांत हो गया. पिता की मौत की बाद अकेले दम पर ही यूपीएससी की तैयारी की और आईएएस बने.

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