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आतंकवाद पर लगाम लगाने के पाकिस्तान (Kangal Pakistan) के 'झूठे' वादे की पोल एक बार उस समय और खुल गई जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान ने प्रतिबंध झेल रहे वैश्विक आतंकवादी औऱ मुंबई हमले के दोषी हाफिज सईद (Hafiz Saeed) को उसके बैंक खातों से हर माह परिवार के भरण-पोषण के लिए 1.5 लाख रुपए निकालने की राहत मांगी. इससे एक बार फिर साबित हो गया है कि पाकिस्तान आतंकियों का न सिर्फ पनाहगार है, बल्कि वह आतंक पर लगाम लगाने के नाम पर वैश्विक बिरादरी (International Community) की आंखों में धूल झोंकने (Eye Wash) का ही काम कर रहा है. गौरतलब है कि पाकिस्तान की यह अपील संयुक्त राष्ट्र में मंजूर भी कर ली गई, क्योंकि तय समय-सीमा के भीतर इस मसले पर किसी ने अपनी आपत्ति ही दर्ज नहीं कराई.