चितौड़गढ़ का किला जिस पर आज भी राजपुतानी का एक बेहद क्रुर इतिहास दर्ज है. जिस किले पर आज भी एक सुल्तान की पत्नी की चीता जल रही है. जिस किले आज भी एक पराकर्मी कोम जंग लड़ रही है. जिस किले बेहद झगझोर देने वाली कहानी आज भी हिंदुस्तान की लहू में दौड़ती है. इसी चित्तौड़गढ़ की एक महारानी ने मान और मर्यादा की रक्षा के लिए एक ऐसी इबादत लिखी जिसकी मिसाल इतिहास में बहुत कम देखने को मिलती है. देखिए रानी पद्मावती के बलिदान की गाथा.
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