आधुनिक युद्ध में टेक्नोलॉजी का योगदान बहुत अहम है. छोटे और घातक हथियारों की डिमांड तेजी से बढ़ गई है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद मेक इन इंडिया ड्रोन काफी ज्यादा पॉपुलर हो गए हैं. इसका सबसे बड़ा सबूत ये है कि सुरक्षाबलों ने प्राइवेट सेक्टर से भी ड्रोन ऑर्डर किए हैं. ऐसी ही एक कंपनी उत्तर प्रदेश के नोएडा में भी है, जो डिफेंस के लिए ड्रोन तैयार कर रही है.
इस्तेमाल करने में बहुत आसान है
कामिकेज ड्रोन का क्रेज इस समय पैरामिलिट्री फोर्सेज से लेकर भारतीय सेना तक में है. इसी वजह से सेना, बीएसएफ और असम राइफल्स ने इसका ऑर्डर दिया है. अब कंपनी तेजी से इसकी सप्लाई के लिए काम कर रही है. दोनों ड्रोनों को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि ये आसानी से उड़ाए जा सके. इसे ऑपरेट करना बहुत ही आसान है, इसके लिए बहुत ज्यादा ट्रेनिंग की जरूरत नहीं है. ड्रोन का इस्तेमाल करना आसान है, जिस वजह से जरूरत पड़ने पर कोई भी जवान ड्रोन का इस्तेमाल करके दुश्मन की कमर तोड़ सके.
ड्रोन की अनोखी खासियत
- थर्मल इमेजिंग की मदद से रात में किसी भी व्यक्ति की पहचान कर सकता है.
- कैमोफ्लॉज की मदद से छुपी चीजों को भी ये ड्रोन ढूंढ सकता है.
- ग्रेनेड से लैस होकर दुश्मन के इलाके को तबाह करने की शक्ति भी है.
Ground Report: Rahul Dabas