कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन को 50 दिन हो गए हैं. 50 दिनों बाद भी प्रवासी मजदूरों का जत्था लगातार पैदल ही अपने घरों की ओर लौट रहा है. इन्हीं मजदूरों के बल पर गुलजार होने वाले शहरों में अब मजदूरों के लिए ही कोई जगह नहीं है.