मुनव्वर ने कहा, हमारा किसी सियासी पार्टी से कोई नाता नहीं रहा. मेरी राय गलत हो सकती है, लेकिन मैं कोई बात कह रहा हूं तो इसका यह मतलब नहीं है कि इसके पीछे कोई और है. मैंने केवल यह कहा, आस्था दिलों का मामला है. पिछले 27 साल में मामला इतना आगे बढ़ बढ़ गया कि हिन्दुस्तान में रहना दुश्वार हो गया.