क्या दशकों पुराने अयोध्या विवाद का हल निकलने वाला है या जनता को देश के सबसे पुराने विवाद को सुलझता देखने के लिए और इंतज़ार करना होगा. 28 सितंबर को देश की सबसे बड़ी अदालत इन सवालों का जवाब दे सकती है लेकिन उसके पहले ही बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक ट्वीट किया है जिससे खलबली मची हुई है। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट में लिखा है कि, 'अपनी सीट बेल्ट कस लीजिए, मस्जिद में नमाज पढ़ने को इस्लाम का अभिन्न अंग न माने जाने के सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच के फैसले को 7 जजों को सौंपने पर फैसला हो सकता है, यदि सुप्रीम कोर्ट इससे इनकार कर देता है तो हम राम मंदिर की राह पर बढ़ रहे हैं और यदि हां होता है तो हम संसद का रास्ता चुनेंगे'.