Updated : 11 June 2021, 12:21 PM
पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम के बाद नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बंदूकें तो लगभग खामोश हो गई हैं लेकिन कोविड-19 महामारी और उसके कारण लागू लॉकडाउन के बावजूद कश्मीर में आतंकी भर्ती जारी है.सुरक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इस साल कम से कम 40 युवा आतंकी संगठनों में शामिल हुए हैं, जबकि 50 लोग ‘लापता’ हैं. ‘लापता’ होने वाले कई लोगों के आतंकवादी समूहों में शामिल होने का संदेह है लेकिन पुलिस और सुरक्षा बलों ने आधिकारिक आंकड़ों में इन्हें शामिल नहीं किया है क्योंकि आतंकी भर्ती की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है.