गायों को लेकर करीब दो साल उत्तर प्रदेश काफी में उथल-पुथल मच चुकी है. गोवत के आरोप पर हिंसा हुई. फिर सरकार बदली अवैध बूचड़ खानों को बंद कराया गया. गोकशी के आरोपो में भी वृद्धि हुई. प्रदेश ने गोकशी के मामले में सजकता दिखाई. लेकिन उनकी यही सजकता उनके लिए परेशानी का कारण बन गई. क्योंकि आवारा पशुओं के लिए अभी तक कोई ठिकाना नहीं. देखिए VIDEO
Advertisment
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें!
विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें