देश के 1000 केंद्रिय विद्यालयों में जो सुबह की प्रर्थाना होती हैं उनके शब्दों पर आपत्ती जाहिर करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई. सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका मंजूर किया और इसे संविधान पीठ पर भेजा. अब सवाल यही खड़ा होता है कि केंद्रीय विद्यालयों में प्रार्थना का क्या कोई धर्म है?
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