Updated : 10 June 2020, 12:07 AM
कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण महानगरों से तमाम युवा अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. वह युवा जो पढ़ लिख कर बड़ी-बड़ी कंपनियों में काम कर रहे थे वह घर आकर मनरेगा में काम करने को मजबूर हैं. ऐसे में सवाल उठता है क्या युवाओं के सामने मनरेगा ही आखिरी विकल्प बचा है.