Advertismentना खासी, ना जुखाम और ना कोई लक्ष्य, अब अदृश्य जैसा है कोरोना, चुपचाप करता है अटैक. असिम्प्टोमैटिक में कोरोना के लक्ष्ण नहीं दिखाई देते हैं.