जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए आतंकी मनन वानी के लिए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शुक्रवार को शोक सभा का आयोजन किया गया और नमाज पढ़ा गया. मारा गया आतंकी जनवरी में आतंकवादी संगठन में शामिल होने से पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पीएचडी का छात्र था. मनन वानी हिजबुल मुजाहिदीन का शीर्ष कमांडर था. एएमयू में शोक सभा आयोजित करने के आरोप में 3 कश्मीरी छात्र को सस्पेंड कर दिया गया. लेकिन सवाल यह उठता है कि आतंकी से इतनी हमदर्दी क्यों है? आखिर क्यों बार-बार एएमयू में विवादों का बवंडर उठता रहता है?