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पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली पार्टी के लिए संकटमोचक तो थे ही, उनकी खासियत यह थी कि वह विपक्षी दलों में भी स्वीकार्य होते थे. उनके निधन पर भाजपा के साथ ही अन्य दलों के नेताओं ने भी गहरा दुख जताया है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बड़े नेता ने लंबी बीमारी के बाद शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अंतिम सांस ली.