मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भाजपा का प्रदेश संगठन द्वंद्व के दौर से गुजर रहा है और इसकी वजह मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार है. किसे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए और किसे बाहर रखा जाए, इसके लिए मुख्यमंत्री और संगठन के नेताओं के बीच लगातार बैठकें चल रही हैं. संभावित मंत्रियों के नाम पर अंतिम मुहर जल्द लगने के आसार हैं. राज्य की सत्ता में बदलाव हुए तीन माह से ज्यादा का वक्त गुजर गया है, मगर मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार नहीं हो पा रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के अलावा मंत्री के तौर पर मंत्रिमंडल में कुल जमा पांच सदस्य ही हैं, जिससे कामकाज पर भी असर पड़ रहा है