राज्य में चुनाव की तैयारियां तेज होने के साथ ही राजनीतिक पार्टियों के दिगग्जों में खुद को अधिक धार्मिक साबित करने की होड़ लग गई है. जहां कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल गांधी को कभी शिवभक्त, तो कभी रामभक्त और अब नर्मदा भक्त के रूप में प्रचारित कर रहे हैं. वहीं बीजेपी नेता भी हम किसी से कम नहीं कि तर्ज पर जोरों से मंदिर जा रहे है.