LakhTake Ki Baat: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध 2025 के अंत तक चौथे क्रिसमस पर भी नहीं थमा है. अब बड़ा सवाल यह है कि क्या 2026 में यह जंग और ज्यादा विनाशकारी होगी. हाल के घटनाक्रम तनाव बढ़ने के संकेत दे रहे हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के ताजा बयान के बाद हालात और बिगड़ सकते हैं.
रूस की ओर से यूरोप के ऊपर बॉम्बर उड़ाकर नाटो को चेतावनी दी गई है, जिससे यूरोप में चिंता बढ़ गई है. दोनों देशों के बीच ड्रोन और हाईटेक हथियारों से हमले जारी हैं. अमेरिका की अगुवाई में शांति प्रयास जरूर हो रहे हैं, लेकिन भरोसे की कमी सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है.
यूक्रेन और अमेरिका की 20 सूत्रीय शांति योजना पर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है. जपरोजिया परमाणु संयंत्र, डोनबास क्षेत्र और नाटो सदस्यता जैसे मुद्दे अटके हुए हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि 2026 इस युद्ध के लिए निर्णायक साल साबित हो सकता है.